तेन्ग्री
तेन्ग्री (Tengri) प्राचीन तुर्क लोगों और मंगोल लोगों के धर्म के मुख्य देवता थे। इनकी मान्यता शियोंगनु और शियानबेई जैसे बहुत सी मंगोल और तुर्की समुदायों में थी और इनके नाम पर उन लोगों के धर्म को तेन्ग्री धर्म (Tengriism) बुलाया जाता है। तुर्की लोगों की सबसे पहली ख़ागानत ने, जिसका नाम गोएकतुर्क ख़ागानत था, भी इन्हें अपना राष्ट्रीय देवता ठहराया था और उसके ख़ागान भी अपनी गद्दी पर विराजमान होने का कारण 'तेन्ग्री की इच्छा' बताते थे। तेन्ग्री को 'आकाश का देवता' या 'नीले आकाश का पिता' कहा जाता था। अक्सर मंगोल शासक अपने राज के पीछे 'सनातन नीले आकाश की इच्छा' होने की बात किया करते थे।[1][2]
क़ुत
संपादित करेंप्राचीन मंगोलों और तुर्कों का मानना था कि तेन्ग्री मनुष्यों को शक्ति-दान करते थे जिसे उनकी भाषा में 'क़ुत' कहा जाता था। 'क़ुत' शब्द में बिंदु-वाले 'क़' के उच्चारण पर ध्यान दें क्योंकि यह बिंदु-रहित 'क' से ज़रा अलग है (यह 'क़ुरबानी' और 'वक़्त' जैसे शब्दों में पाया जाता है)। बहुत से तुर्की और मंगोल हस्तियों के नाम 'क़ुत' शब्द पर आधारित थे, जैसे कि 'क़ुतलुग़' (Qutlugh), 'तेन्ग्रीक़ुत' (Tengriqut) और 'क़ुतलमिश' (Qutalmysh)।[3]
आधुनिक काल में
संपादित करेंहालाँकि तेन्ग्री धर्म को तुर्की और मंगोल क्षेत्रों में इस्लाम और बौद्ध धर्म आने से लुप्त हो गया, लेकिन उसके चिह्न अभी भी इस क्षेत्र में फैले हुए हैं -
- मध्य एशिया कि तियान शान पर्वत शृंखला के दूसरे सबसे ऊँचा पर्वत का नाम ख़ान तेन्ग्री है।
- आधुनिक तुर्की भाषा में मुस्लिम तुर्क लोग ईश्वर को 'अल्लाह' के साथ-साथ 'तनरी' (Tanri) भी बुलाते हैं।
- आधुनिक मंगोल भाषा में 'आकाश' को 'तेन्गेर' (Тэнгэр), यूरोप की बुल्गारियाई भाषा में 'तंगरा' (Тангра) और अज़ेरी भाषा में 'तनरी' (Tanrı) कहते हैं। चीनी भाषा में 'आकाश' को 'तियान' (天) कहते हैं और, हालांकि यह विवादित है, कुछ भाषावैज्ञानिकों के अनुसार संभव है कि यह शब्द तुर्की-मंगोल से लिए गए 'तेन्ग्री' शब्द का परिवर्तित रूप हो।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Genghis Khan: Invincible Ruler of the Mongol Empire, Zachary Kent, Enslow Publishers, 2007, ISBN 978-0-7660-2715-2, ... Religion played a large part in the lives of the Mongols. They called their god "Mongke Koke Tengri" (Eternal Blue Heaven) ...
- ↑ Gods, goddesses, and mythology, Volume 11, C. Scott Littleton, Marshall Cavendish Corporation, Marshall Cavendish, 2005, ISBN 978-0-7614-7559-0, ... The chief god of the Turks and the Mongols was Tengri, a sky god ... Tengri was sometimes depicted as a single deity, often called Koke Mongke Tengri (Eternal Blue Heaven), but he was also conceived as consisting of either 33 or 99 different tengris, who were personifications of abstract concepts such as desire, time, and the road ...
- ↑ Turkic-Iranian Contact Areas: Historical and Linguistic Aspects Archived 2014-07-09 at the वेबैक मशीन, Lars Johanson, Christiane Bulut, Otto Harrassowitz Verlag, 2006, ISBN 978-3-447-05276-4, ... Fundamental to the power of the kagan, who was 'heavenlike, heaven-conceived' (tengri-teg tengride bolmish), was the notion of divine ordination for the throne and the granting of qut 'heavenly good fortune' (tengri yarliqadin uchun ozum qutum bar uchun qayan olurtum 'because heaven ordained, because I myself possessed heavenly good fortune, I became kagan') ...