टमाटर

विश्व में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाली सब्जी

Written by भौम सिंह

टमाटर
पौधे में लगे हुए पके टमाटर के फल
वैज्ञानिक वर्गीकरण
जगत: पादप
अश्रेणीत: एंजियोस्पर्म
अश्रेणीत: एकबीजपत्री
गण: Solanales
कुल: Solanaceae
वंश: Solanum
जाति: S. lycopersicum
द्विपद नाम
Solanum lycopersicum
L.
पर्यायवाची

Lycopersicon lycopersicum
Lycopersicon esculentum[1]

}

[[[ भौम सिंह ]]]

टमाटर विश्व में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाली सब्जी है। इसका पुराना वानस्पतिक नाम लाइकोपोर्सिकान एस्कुलेंटम मिल है। वर्तमान समय में इसे सोलेनम लाइको पोर्सिकान कहते हैं। बहुत से लोग तो ऐसे हैं जो बिना टमाटर के खाना बनाने की कल्पना भी नहीं कर सकते।[2] इसकी उत्पति दक्षिण अमेरिकी ऐन्डीज़ में हुआ। मेक्सिको में इसका भोजन के रूप में प्रयोग आरम्भ हुआ और अमेरिका के स्पेनिस उपनिवेश से होते हुये विश्वभर में फैल गया।

टमाटर के तत्व संपादित करें

 
समूचा टमाटर (ऊपर) व बीच से कटे हुए उसके दो भाग (नीचे)

टमाटर में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, फास्फोरस व विटामिन सी पाये जाते हैं। एसिडिटी की शिकायत होने पर टमाटरों की खुराक बढ़ाने से यह शिकायत दूर हो जाती है।[उद्धरण चाहिए] हालाँकि टमाटर का स्वाद अम्लीय (खट्टा) होता है, लेकिन यह शरीर में क्षारीय (खारी) प्रतिक्रियाओं को जन्म देता है। लाल-लाल टमाटर देखने में सुन्दर और खाने में स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक होते हैं। इसके खट्टे स्वाद का कारण यह है कि इसमें साइट्रिक एसिड और मैलिक एसिड पाया जाता है जिसके कारण यह प्रत्यम्ल (एंटासिड) के रूप में काम करता है। टमाटर में विटामिन 'ए' काफी मात्रा में पाया जाता है। यह आँखों के लिये बहुत लाभकारी है।{{cn} टमाटर फल में रंगद्रव्य लाल रंग के टमाटर की तुलना में नारंगी रंग के टमाटर में लायकोपिन यह रंगद्रव्य शरीर में सहजरुप से शोषित होते हैं। लाल रंग के टमाटर में लायकोपिन यह रंगद्रव्य टेत्रा-सिस्(?) में उपलब्ध होता है।वह शरीर में सहजरुप से अवशोषित होते नहीं है।

टमाटर का उपयोग संपादित करें

शरीर के लिए टमाटर बहुत ही लाभकारी होता है। इससे कई रोगों का निदान होता है। टमाटर शरीर से विशेषकर गुर्दे से रोग के जीवाणुओं को निकालता है।[उद्धरण चाहिए] यह पेशाब में चीनी के प्रतिशत पर नियन्त्रण पाने के लिए प्रभावशाली होने के कारण यह मधुमेह के रोगियों के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होने के कारण इसे एक उत्तम भोजन माना जाता है। टमाटर से पाचन शक्ति बढ़ती है। इसके लगातार सेवन से जिगर बेहतर ढँग से काम करता है और गैस की शिकायत भी दूर होती है। जो लोग अपना वजन कम करने के इच्छुक हैं, उनके लिए टमाटर बहुत उपयोगी है। एक मध्यम आकार के टमाटर में केवल 12 कैलोरीज होती है, इसलिए इसे पतला होने के भोजन के लिए उपयुक्त माना जाता है। इसके साथ साथ यह पूरे शरीर के छोटे-मोटे विकारों को भी दूर करता है। टमाटर के नियमित सेवन से श्वास नली का शोथ कम होता है। प्राकृतिक चिकित्सकों का कहना है कि टमाटर खाने से अतिसंकुचन भी दूर होता है और खाँसी तथा बलगम से भी राहत मिलती है।[उद्धरण चाहिए] इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।

 
टमाटर

टमाटर की चटनी संपादित करें

भारत में बेहद लोकप्रिय टमाटर की चटनी को बहुत ही कम समय में बनाया जा सकता है। यह चटनी नाश्ते में समोसे, आलू बड़ा, पकोड़े, बड़े, डबलरोटी आदि के साथ आसानी से खायी जा सकती है। वैसे टमाटर की मीठी चटनी टुमैटो कैचप या सॉस के रूप में आम बाज़ार में भी मिलती है। अब तो इसका व्यावसायिक दृष्टि से उत्पादन भी होने लगा है। इसका प्रयोग ज्यादा से ज्यादा नाश्ते की चटनी बनाने किया जाता है

फल या सब्ज़ी? संपादित करें

वनस्पति वैज्ञानिक तौर पर टमाटर फल है: इसका अंडाशय अपने बीज के साथ सपुष्पक पौधा का है। हालांकि, टमाटर में अन्य खाद्य फल की तुलना में काफी कम शक़्क़र सामग्री है और इसलिए यह उतना मीठा नहीं है। यह पाक उपयोगों के लिए एक सब्जी माना जाता है। वैसे आमतौर पर टमाटर को सब्जी ही माना जाता है।

टमाटर खाने के फायदे संपादित करें

रसीले और लाल टमाटर खाने का स्वाद बढ़ाने वाले टमाटर के अनेक फायदे हैं। टमाटर को लाल रंग देने वाला तत्व लाइकोपीन, जो सेहत के लिए फायदों से भरा है, कच्चे टमाटर से अधिक पकने के बाद प्रभावी होता है। यूं तो टमाटर हर मौसम में फायदेमंद है लेकिन टमाटर त्वचा के लिए भी काफी लाभकारी है। यह झुर्रियों को कम करता है और रोम छिद्रों को बड़ा करता है। [3] [4]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Molecular phylogenetic analyses have established that the formerly segregate genera Lycopersicon, Cyphomandra, Normania, and Triguera are nested within Solanum, and all species of these four genera have been transferred to Solanum." See: Natural History Museum, Solanaceae Source: Phylogeny of the genus Solanum. Archived 2012-06-04 at archive.today
  2. "टमाटर खाएँ,सेहत की लाली पाएँ". वेब दुनिया. मूल से 19 सितंबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २२ अक्टूबर २०१४.
  3. "संग्रहीत प्रति". मूल से 6 फ़रवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 फ़रवरी 2015.
  4. "संग्रहीत प्रति". मूल से 6 फ़रवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 फ़रवरी 2015.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें