ठोस ज्यामिति
गणित में परम्परागत रूप से त्रिबीमीय ज्यामिति को ठोस ज्यामिति (solid geometry) कहा जाता रहा है। समतल ज्यामिति (Plane geometry) के विकास के बाद इसका विकास हुआ।
ठोस ज्यामिति के मूल विषयसंपादित करें
ठोस ज्यामिति में निम्नलिखित उपविषयों का अध्ययन किया जाता है-
- तलों एवं सरल रेखा का मिलन
- ठोस कोण (solid angle)
- द्वितल कोण (dihedral angle)
- घन (cube), घनाभ (cuboid), समान्तरषटफलक (parallelepiped)
- चतुष्फलकी (tetrahedron) एवं अन्य पिरामिड (pyramids)
- प्रिज्म (ज्यामिति ) (Prism)
- अष्टफलकी (octahedron), द्वादसफलकी (dodecahedron)
- शंकु (cone) , बेलन (ज्यामिति ) (cylinder),खोखला बेलन (ज्यामिति ) (Hollow Cylinder)
- गोला (sphere),अर्ध गोला(Hemisphere)
- अन्य : गोलाभ (spheroid), दीर्घवृत्तज (ellipsoid), परवलयज (paraboloid) तथा अतिपरवलयज (hyperboloid)