डोमाकी भाषा
डोमाकी (Domaaki, ڈوماکی) पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में कुछ सैंकड़ों लोगों द्वारा बोली जाने वाली एक दार्दी भाषा है। यह डूमा समुदाय के सदस्यों द्वारा बोली जाती है जिनकी लोकमान्यता है कि वे कहीं दक्षिण में मध्य भारत से आकर कश्मीर घाटी से गुज़रते हुए नगर और हुन्ज़ा की घाटियों में पहुंचकर बस गए थे। यहाँ से वे आगे काश्गर तक भी पहुँच गए। अधिकतर डूमा लोगों ने अपनी मातृभाषा छोड़कर शीना भाषा बोलना शुरू कर दिया और केवल नगर व हुन्ज़ा वादियों में ही डोमाकी चलती आ रही है। डूमा लोग पेशे से लोहार और मरासी (संगीतकार) हुआ करते थे लेकिन आजकल यह भिन्न व्यवसायों में लग गए हैं।[1]
डोमाकी | |||
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बोलने का स्थान |
गिलगित-बल्तिस्तान पाक-अधिकृत कश्मीर | ||
क्षेत्र | नगर व हुन्ज़ा वादियाँ | ||
मातृभाषी वक्ता | लगभग ३५० | ||
भाषा परिवार |
हिन्द-यूरोपीय
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भाषा कोड | |||
आइएसओ 639-3 | dmk | ||
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१९८९ में केवल ५०० लोग डोमाकी मातृभाषी गिने गए थे और इनकी गिनती कम होती जा रही थी। इनमें से अधिकतर हुन्ज़ा में और कुछ नगर में हैं। हुन्ज़ा की डोमाकी और नगर की डोमाकी में कुछ अंतर हैं लेकिन इनके बोलने वाले एक-दूसरे को समझ सकते हैं। सभी डोमाकी बोलने वाले अपने आसपास के बहुसंख्यक बुरुशसकी या शीना लोगों की ज़बाने भी बोल लेते हैं।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Weinreich, Matthias. 2010. Language Shift in Northern Pakistan: The Case of Domaakí and Pashto. Iran and the Caucasus 14: 43-56
- ↑ Domaaki. Retrieved June 13, 2006, from Ethnologue: Languages of the World, fifteenth edition. SIL International. Online version Archived 2012-09-24 at the वेबैक मशीन