तड़ीपार (फ़िल्म)
तड़ीपार 1993 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका निर्देशन महेश भट्ट ने किया और मुख्य भूमिका में उनकी बेटी पूजा भट्ट और मिथुन चक्रवर्ती हैं। विशेष उपस्थिति में जूही चावला भी है। यह फिल्म औसत प्रदर्शन ही कर पाई[1] लेकिन इसके गीत सुपरहिट रहे हैं।
तड़ीपार | |
---|---|
तड़ीपार का पोस्टर | |
निर्देशक | महेश भट्ट |
लेखक | रोबिन भट्ट |
निर्माता | मुकेश भट्ट |
अभिनेता |
मिथुन चक्रवर्ती, पूजा भट्ट, अनुपम खेर, अवतार गिल, गुलशन ग्रोवर, सदाशिव अमरापुरकर, टीकू तलसानिया, जूही चावला |
संगीतकार | नदीम श्रवण |
प्रदर्शन तिथियाँ |
17 दिसम्बर, 1993 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंहिंसक टकराव में होने के बाद, शंकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, अदालत में पेश किया जहाँ उसे शहर की सीमाओं के बाहर रहने की सजा सुनाई गई ("तड़ीपार")। उसे उपस्थिति के उद्देश्य से खुद को निकटतम पुलिस स्टेशन में पेश होते रहना है। शंकर एक दोस्त, कड़क के साथ रहता है, और एक रात संकट में एक महिला के पास आता है। वह उसे कुछ गुंडों से बचाता है, उसे घर ले जाता है और पता लगाता है कि उसका नाम नमकीन है। इसके बाद, उन्हें यह भी पता चला कि वह करोड़पति मोहिनादेवी जैसी दिखती हैं, जो गायब हो गई है। शंकर ने नमकीन से मोहिनादेवी का प्रतिरूपण करने के लिए कहा, उसकी कुछ संपत्तियों को हड़पने के लिये, ताकि तीनों अमीर जीवनशैली जी सकें। नमकीन ऐसा करने के लिए सहमत हैं, लेकिन सवाल यह है कि मोहिनादेवी कहाँ है, और नमकीन का क्या होगा जब वो मिल जाएगी?
मुख्य कलाकार
संपादित करें- मिथुन चक्रवर्ती - शंकर
- पूजा भट्ट - मोहिनादेवी / नमकीन
- अनुपम खेर - कादर
- अवतार गिल - कड़क
- गुलशन ग्रोवर - जॉनी
- सदाशिव अमरापुरकर -
- टीकू तलसानिया - इंस्पेक्टर माथुर
- जूही चावला - राजकुमारी (सपने में)
- मकरंद देशपांडे
- विक्रम गोखले - मोहिनादेवी के मामा
- जावेद ख़ान
- कुनिका - मोहिनादेवी की सहायिका
- गैविन पैकर्ड
संगीत
संपादित करेंसभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत नदीम-श्रवण द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
---|---|---|---|
1. | "आज पहली बार दिल की बात" | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 6:56 |
2. | "आपकी दोस्ती कबूल" | अलका याज्ञनिक | 5:51 |
3. | "आपकी दुश्मनी कबूल" | कुमार सानु | 5:45 |
4. | "अगर मेरे पास पैसा" | विनोद राठोड़ | 6:21 |
5. | "बिखरी जुल्फों को सजाने की" | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 6:28 |
6. | "ओ सैया सैया" | विनोद राठोड़, अलका याज्ञनिक | 4:32 |
7. | "प्यार का पहला साल है" | कुमार सानु, साधना सरगम | 5:56 |
8. | "ये जिंदगी कभी कभी" | एस॰ पी॰ बालसुब्रमण्यम, अलका याज्ञनिक | 5:49 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "बर्थडे: शराब की आदी थी पूजा भट्ट, पिता की इस 'एक बात' ने बदल दी जिंदगी, जानें 10 खास बातें..." प्रभात खबर. 24 फरवरी 2018. मूल से 29 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2018.