ताज महल - भोपाल
ताज महल - भोपाल
ताजमहल एक महल है जिसे भोपाल की सुल्तान शाहजहांँ बेगम ने बनवाया था यह ताज़-उल मसाजिद के पीछे स्थित है।
ताजमहल पैलेस | |
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सामान्य विवरण | |
शहर | भोपाल |
राष्ट्र | भारत |
निर्देशांक | 23°15′N 77°25′E / 23.250°N 77.417°E |
निर्माणकार्य शुरू | 1871 |
निर्माण सम्पन्न | 1884 |
लागत | 30 लाख |
ग्राहक | बेगम सुल्तान शाह जहां, भोपाल |
इतिहास
संपादित करेंभोपाल स्थित ताजमहल का निर्माण बेगम के निवास स्थल के रूप में किया गया था इसकी लागत 3,00,000 रुपए थी और यह 13 वर्ष में बनकर तैयार हुआ था सन 1871 से लेकर 1884 तक यह उस समय के सबसे बड़े महलों में से एक था। इस महल का शुरूआती नाम राजमहल था लेकिन भोपाल के बर्तानिया अध्यक्ष , इसके वास्तुकला से अत्यंत प्रभावित हुए तथा उन्होंने इसका नाम ताजमहल रखने के लिए सुझाया। ताजमहल जोकि आगरा में स्थित है यह शाहजहां ने अपनी बेगम के याद में बनाया था। भोपाल की बेगम ने उनके इस प्रस्ताव को स्वीकार किया तथा इसका नया नाम ताजमहल रखा गया। कहा जाता है कि बेगम ने इस माहल के बन जाने पर 3 साल तक जश्ने ताजमहल नाम का उत्सव मनाया। [1]
चित्रदीर्घा
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भोपाल राज्य के पोस्टल स्टैम्प पर प्रदर्शित ताजमहल एवं बेनजीर महल।
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बाहर से ताजमहल का दृश्य।
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ताजमहल का मुख्य प्रवेश द्वार।
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ताजमहल महल का पिछला हिस्सा।
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उत्तरी दिशा की ओर खुलने वाला द्वार।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "अन्य ताजमहल भोपाल में संरक्षित किया जाना चाहिए" Archived 2015-12-26 at the वेबैक मशीन.