तिआनगोंग-1
तिआनगोंग-1 (Tiangong-1) चीन का पहला प्रोटोटाइप अंतरिक्ष स्टेशन है। यह दोनों मानवयुक्त प्रयोगशाला और एक प्रयोगात्मक डॉकिंग क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए सेवारत है।[1] चीन ने मोबाइल दूरसंचार हेतु पहला उपग्रह तिआनतोंग-01 प्रक्षेपित किया।
तिआनगोंग-1 की योजना आरेख | |
स्टेशन आँकड़े | |
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कोसपर आईडी | 2011-053A |
चालकदल | 3 |
लांच | 29 सितंबर 2011, 21:16:03.507 सीएसटी |
लांच रॉकेट | लांग मार्च 2एफ/जी |
लांच पैड | लॉन्च क्षेत्र 4, जिउकुआन उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र |
मिशन स्थिति | अवकाश प्राप्त, कक्षा में |
वजन | 8,506 कि॰ग्राम (18,753 पौंड) |
लंबाई | 10.4 मी॰ (34.1 फीट) |
व्यास | 3.35 मी॰ (11.0 फीट) |
दाबित मात्रा | 15 मी3 (530 घन फुट) |
भू-समीपक बिन्दु | 363 किलोमीटर (226 मील) |
भू-दूरतम बिन्दु | 381 किलोमीटर (237 मील) |
कक्षीय झुकाव | 42.77 डिग्री |
कक्षीय अवधि | 91.85 मिनट |
कक्षा युग | 25 जनवरी 2015 |
कक्षा में दिन |
4838 (27 दिसम्बर के अनुसार) |
कक्षाओं की संख्या | 19090 |
परिचय
संपादित करेंचीन ने 6 अगस्त 2016 को मोबाइल दूरसंचार सुविधाओं को सुदृढ़ करने हेतु पहला उपग्रह सफलतापूर्व प्रक्षेपित किया। इसे चीन के जिचांग उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से लॉन्ग मार्च-3बी राकेट द्वारा प्रक्षेपित किया गया।
यह चीन द्वारा बनाया गया पहला स्वदेशी मोबाइल दूरसंचार उपग्रह है। यह देश के अंतरिक्ष सूचना एवं संचार सेवा के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
तिआनतोंग-01 की विशेषताएं
संपादित करें- यह उपग्रह चाइना एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नॉलोजी द्वारा डिजाइन किया गया है।
- इसकी ग्राउंड सेवा चीन दूरसंचार द्वारा संचालित होंगी।
- यह एक भू-समकालिक कक्षा (जीईओ) में कार्य करेगा।
- यह आधारभूत सुविधाओं के साथ चीन में मोबाइल नेटवर्क को मजबूत करेगा।
- यह चीन, मध्य-पूर्वी देशों एवं अफ़्रीकी देशों को सेवा प्रदान करेगा।
- यह लॉन्ग मार्च रॉकेट की 232वीं उड़ान थी। लॉन्ग मार्च-3बी को 36वीं बार लॉन्च किया गया। लॉन्ग मार्च वर्तमान में चीन का सबसे शक्तिशाली रॉकेट बूस्टर है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Tiangong-1". मूल से 25 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 सितंबर 2016.