तीस मीटर टेलीस्कोप
तीस मीटर टेलीस्कोप [Thirty Meter Telescope(TMT)], माउना कीआ, हवाई मे स्थापित होने जा रहा दुनिया का सबसे बड़ा ऑप्टिकल टेलीस्कोप है | हवाई के बोर्ड ऑफ नेचुरल रिसोर्स (बीएलएनाआर) ने इसके निर्माण की मंजुरी दी है |[1] अगली पीढ़ी के इस टेलीस्कोप में तीस मीटर का दर्पण लगा होगा |[2] इसी कारण इसका नाम तीस मीटर टेलीस्कोप यानी टीएमटी रखा गया है | यह स्पष्ट तस्वीरों को लेने के लिए अल्ट्रावायलट इमेज को मिड-इंफ्रारेड वेवलैंथ की मदद से खिंचेगा | इसके निर्माण में 54 अरब रुपए खर्च होने का अनुमान है |[3] टीएमटी 13 अरब प्रकाश वर्ष दूर स्थित आकाशीय पिंडो की तस्वीर ले सकने में सक्षम होगा |[4] माना जाता है कि इससे कुछ अधिक दूरी पर ब्रह्मांड का दूसरा छोर है | टीएमटी मौजुदा ऑप्टिकल टेलीस्कोप की तुलना में नौ गुना बड़ा होगा और उससे तीन गुना अधिक स्पष्ट तस्वीरें ले सकेगा |[5] यह परियोजना पांच देशों अमेरिका, कनाडा, जापान, चीन और भारत के शैक्षणिक संस्थानो और वैज्ञानिकों के बीच सहयोग का नतीजा है |[6] टीएमटी 2021 तक अध्ययन करना शुरु कर देगा |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Thirty Meter Telescope". मूल से 22 अगस्त 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 अप्रैल 2013.
- ↑ "Science". मूल से 17 अप्रैल 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 अप्रैल 2013.
- ↑ "Science". मूल से 17 अप्रैल 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 अप्रैल 2013.
- ↑ "The New York Times". मूल से 19 अप्रैल 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 अप्रैल 2013.
- ↑ "engadget". मूल से 17 अप्रैल 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 अप्रैल 2013.
- ↑ "global post". मूल से 18 अप्रैल 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 अप्रैल 2013.