तृतीय विश्व सुरक्षा स्कूल
तृतीय विश्व सुरक्षा स्कूल (अंग्रेज़ी-Third World Security School, थर्ड वर्ल्ड सिक्योरिटी स्कूल) सुरक्षा अध्ययन में एक विचारधारा है, जो तथाकथित तीसरी दुनिया की सुरक्षा चिंताओं पर केंद्रित है।[1] रो (Roe) शिक्षाविदों के उदाहरण के रूप में मोहम्मद अयूब और जॉब का हवाला देते हैं जिनका अनुसंधान इस स्कूल से संबंधित है।[2] इस स्कूल के पहले प्रमुख बयानों में से एक कैरोलिन थॉमस और उनके 1987 के काम इन सर्च ऑफ सिक्योरिटी से आया था। [3]
संदर्भ
संपादित करें- ↑ Roe, Paul 'Societal Security' in A. Collins (ed.) 'Contemporary Security Studies', Oxford: Oxford University Press, p 179
- ↑ Roe, Paul 'Societal Security' in A. Collins (ed.) 'Contemporary Security Studies', Oxford: Oxford University Press, p 179
- ↑ Stuart Croft, Terry Terriff (2000), Critical reflections on security and change,Oregon: Frank Cass Publishers, p. 81