तेरे मेरे सपने (1971 फ़िल्म)
तेरे मेरे सपने 1971 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है।[1] यह देव आनन्द द्वारा निर्मित और उनके भाई विजय आनन्द द्वारा लिखित और निर्देशित है। फिल्म में देव आनन्द, मुमताज़, हेमा मालिनी और विजय आनन्द मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म का संगीत एस॰ डी॰ बर्मन का है और कहानी ए.जे. क्रोनिन के अंग्रेज़ी उपन्यास द सिटाडेल पर आधारित है।[2]
तेरे मेरे सपने | |
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तेरे मेरे सपने का पोस्टर | |
निर्देशक | विजय आनन्द |
निर्माता | देव आनन्द |
अभिनेता |
देव आनन्द, मुमताज़, हेमामालिनी |
संगीतकार | एस॰ डी॰ बर्मन |
प्रदर्शन तिथि |
1971 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंडॉ. आनन्द कुमार (देव आनन्द) अपनी डिग्री हासिल करने के बाद स्थानीय डॉक्टरों की सहायता के करने के लिए एक छोटे से गांव में चला जाता है। वहां उसकी मुलाकात बीमार डॉ. प्रसाद और उनकी पत्नी से होती है। वह उसे 250/- रुपये प्रति माह के वेतन पर काम पर रख लेते हैं। उसकी मुलाकात अन्य डॉक्टरों से होती है, जिसमें शराबी डॉ. कोठारी (विजय आनन्द) और एक दंत चिकित्सक डॉ. भूटानी (आग़ा) भी होते हैं। आनन्द को पता चलता है कि वह कोठारी के सभी कामों के साथ-साथ अपने काम में भी व्यस्त है। क्योंकि कोठारी हर रात नशे में रहता है। फिर भी वह स्थानीय स्कूल-शिक्षक, निशा पटेल (मुमताज़) की सहायता से आगे बढ़ता है। उससे अंततः उसकी शादी हो जाती है। फिर एक दिन एक गौरवान्वित पिता, फूलचंद (डी के सप्रू) आनंद को उसके पहले बच्चे की सुरक्षित डिलीवरी के लिए बख्शीश देता है। यह श्रीमती प्रसाद को अच्छा नहीं लगता है और वह उसे नौकरी से निकाल देती हैं।
आनन्द और निशा बंबई में बस जाते हैं। कुछ समय बाद आनन्द अग्रणी डॉक्टर के रूप में स्थापित हो जाता है। उसे उसकी थीसिस के लिए सम्मानित किया जाता है और एक प्रमुख बॉलीवुड अभिनेत्री माल्तिमाला (हेमामालिनी) का निजी डॉक्टर बन जाता है। कुछ दिन बाद डॉ. कोठारी और डॉ. भूटानी उससे मिलने आते हैं। उन्हें पता चलता है कि निशा अभी भी वही अच्छे स्वभाव वाली महिला है और गर्भवती है। वहीं डॉ. आनन्द बदल गया है, जिसके पास दोस्तों और निजी जीवन के लिए समय नहीं है। उसे यह भी पता नहीं है कि निशा गर्भवती है। दोनों निराश होकर घर लौट जाते हैं। उसके बाद निशा भी चली जाती है। अब अकेले आनन्द को यह निर्णय लेना है कि क्या वह निशा को तलाक दे सकता है। तथा भारत में सबसे अधिक मांग वाली अभिनेत्री से शादी कर सकता है।
मुख्य कलाकार
संपादित करें- देव आनन्द — डा. आनन्द कुमार
- मुमताज़ — निशा
- हेमामालिनी — माल्तिमाला, विशेष भूमिका
- महेश कौल — डा. प्रसाद
- विजय आनन्द — डा. जगन्नाथ कोठारी
- आग़ा — डा. भूटानी
- तबस्सुम — माल्तिमाला की सहायक
- लीला मिश्रा — निशा की मौसी
- डी के सप्रू — फूलचंद
- प्रेमनाथ — सेठ मधुचंद
संगीत
संपादित करेंसभी गीत नीरज द्वारा लिखित; सारा संगीत एस॰ डी॰ बर्मन द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "हे मैंने कसम ली" | किशोर कुमार, लता मंगेशकर | 4:02 |
2. | "मेरे साजन फूल कमल का" | आशा भोंसले | 4:57 |
3. | "जैसे राधा ने माला जपी" | लता मंगेशकर | 3:58 |
4. | "ता थई तता थई" | आशा भोंसले | 4:50 |
5. | "जीवन की बगिया महकेगी" | लता मंगेशकर, किशोर कुमार | 4:20 |
6. | "फुर्र उड़ चला" | आशा भोंसले | 3:30 |
7. | "मेरा अन्तर एक मंदिर" | लता मंगेशकर | 3:39 |
8. | "सुनो रे सुनो" | मन्ना डे | 3:30 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ डेस्क, एबीपी एंटरटेनमेंट (14 अक्टूबर 2023). "देव आनंद के बेहद करीब थीं मुमताज, एक्टर की ऑनस्क्रीन बहन बनने से कर दिया था साफ इंकार". एबीपी न्यूज़. अभिगमन तिथि 17 अगस्त 2024.
- ↑ "Bioscope S2: देव आनंद और मुमताज की पहली फिल्म 'तेरे मेरे सपने' के 50 साल पूरे, नीरज ने लिखे कालजयी गीत". अमर उजाला. अभिगमन तिथि 17 अगस्त 2024.