तैरने के फ़िन
तैरने के फ़िन पैरों में पहनने वाले ऐसे फ़िन होते हैं जिनसे तैराक और ग़ोताख़ोर पानी के अन्दर ज़्यादा आसानी से और ज़्यादा तेज़ी से बढ़ सकते हैं। मछलियों के फ़िन उनकी शरीर की तुलना में काफ़ी बड़े आकार के होते हैं जबकि मनुष्यों के हाथ-पैर छोटे अकार के होते हैं और तैरने के लिए नहीं बने होते। मनुष्य तैर तो सकते हैं लेकिन इसमें काफ़ी ज़ोर लगाना पड़ता है। तैराकी के फ़िन लगाने से यह काम थोड़ा आसान हो जाता है। जब कोई तैराकी कर रहा होता है तो फ़िनों की इतनी आवश्यकता नहीं पड़ती और वह बिना उनके भी तैर सकता है। लेकिन ग़ोताख़ोरी में अक्सर ग़ोताख़ोर भारी-भरकम हवा की टंकी और अन्य ग़ोताख़ोरी का सामान लिए हुए होता है। बिना फ़िनों के उसका ज़्यादा हिल पाना भी मुश्किल हो जाता है।