तोरवाली भाषा
तोरवाली (Torwali, توروالی), जिसे तूरवाली भी कहते हैं, कोहिस्तानी उपशाखा की एक दार्दी भाषा है जो पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के कोहिस्तान और स्वात ज़िलों में बोली जाती है। इसे तोरवाली समुदाय के लोग बोलते हैं जो स्वात वादी में मदयान शहर के पश्तो बोलने वालों से ऊपरी ऊँचाइयों में छोटी पर्वतीय बस्तियों में बिखरे हुए हैं। यहाँ से यह समुदाय कालाम नामक शहर तक विस्तृत हैं जहाँ से आगे फिर कालामी भाषा बोली जाती है। तोरवाली बोली की दो उपभाषाएँ हैं - बहरेन और चैल।[1][2]
तोरवाली | |
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बोलने का स्थान | पाकिस्तान |
क्षेत्र | कोहिस्तान व स्वात ज़िले |
मातृभाषी वक्ता | ९०,००० (२०११) |
भाषा परिवार |
हिन्द-यूरोपीय
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भाषा कोड | |
आइएसओ 639-3 | trw |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Torwali: An Account of a Dardic Language of the Swat Kohistan, Sir George Abraham Grierson, Sir Aurel Stein, Asian Educational Services, 1929, ISBN 978-81-206-1605-9
- ↑ Torwali Archived 2012-10-14 at the वेबैक मशीन, from Ethnologue: Languages of the World, fifteenth edition. SIL International.