थलै सागर
थलै सागर (Thalay Sagar) भारत के उत्तराखण्ड राज्य के उत्तरकाशी ज़िले में गढ़वाल हिमालय के गंगोत्री समूह में स्थित एक पर्वत है। यह गंगोत्री समूह के दक्षिणी छोर पर गौमुख के पवित्र स्थल से 10 किमी दूर स्थित है, जहाँ से भागीरथी नदी आरम्भ होती है। केदारनाथ पर्वत के बाद यह गंगोत्री समूह के दक्षिणी भाग का दूसरा सबसे बड़ा पर्वत है। यह अपने शिला-शिखर और कठिन चढ़ाईयों के लिए पर्वतारोहियों में प्रसिद्ध है। इसके चरणों में केदारताल (झील) स्थित है।[4]
थलै सागर | |
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Thalay Sagar | |
उच्चतम बिंदु | |
ऊँचाई | 6,904 मी॰ (22,651 फीट) [1] |
उदग्रता | 1,000 मी॰ (3,280 फीट) [2] |
निर्देशांक | 30°51′29″N 78°59′50″E / 30.85806°N 78.99722°Eनिर्देशांक: 30°51′29″N 78°59′50″E / 30.85806°N 78.99722°E [1] |
भूगोल | |
स्थान | उत्तरकाशी ज़िला, उत्तराखण्ड, भारत |
मातृ श्रेणी | गंगोत्री समूह, गढ़वाल हिमालय |
आरोहण | |
प्रथम आरोहण | 24 जून 1979, रोय क्लिगफील्ड, जॉन थैकरे, पीट थेक्सटन द्वारा[3] |
सरलतम मार्ग | पश्चिमोत्तर से, कठिन पत्थर/हिम/बर्फ की चढ़ाई |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ H. Adams Carter, "Classification of the Himalaya", American Alpine Journal, 1985, p. 140.
- ↑ Corrected version of SRTM data, available at Viewfinder Panoramas
- ↑ Andy Fanshawe and Stephen Venables, Himalaya Alpine-Style, Hodder and Stoughton, 1995, ISBN 0-340-64931-3, pp. 108–111.
- ↑ Thackray, John (1980), "Amnesiac in the Himalaya, Thalay Sagar, Garhwal," American Alpine Journal, pages = pg. 457- 462.