गंगोत्री समूह (Gangotri Group) भारत के उत्तराखण्ड राज्य में गढ़वाल हिमालय में स्थित पर्वतों का एक समूह है। यह समूह गंगोत्री हिमानी को घेरे हुए है और इसके पर्वत हिन्दूओं द्वारा पवित्र माने जाते हैं और चढ़ने में कठिन हैं। इसके मुख्य पर्वत हैं:[1][2][3]

  • चौखम्बा (प्रथम-चतुर्थ) - यह चार शिखरों वाला पुंजक, जिसमें 7,138 मीटर (23,419 फुट) वाला चौखम्बा-प्रथम सबसे ऊँचा है
  • केदारनाथ - 6,940 मीटर (22,769 फुट) ऊँचा पर्वत जो हिमानी की दक्षिणपश्चिम दिशा का सर्वोच्च है
  • थलै सागर - 6,904 मीटर (22,651 फुट) ऊँचा शिलारूपी पर्वत, जो पूरे समूह में आरोहण में सबसे कठिन है
  • शिवलिंग - 6,543 मीटर (21,467 फुट) ऊँचा दो शिखरों वाला पर्वत, जो गौमुख से सबसे प्रमुख दिखता है और भगवान शिव का प्रतीक है
  • मेरु - 6,660 मीटर (21,850 फुट) ऊँचा पर्वत जो थलै सागर और शिवलिंग के बीच है, जिसपर चढ़ई के मार्ग इतना कठिन हैं कि उनपर कई विफल प्रयास हुए
  • भागीरथी प्रथम - 6,856 मीटर (22,493 फुट), भागीरथी द्वितीय - 6,512 मीटर (21,365 फुट), भागीरथी तृतीय - 6,454 मीटर (21,175 फुट) - इनके पीछे से मार्ग मध्यम कठिनाई के हैं लेकिन हिमानी से सम्मुख कई भीमकाय लटकती चट्टाने हैं जिनपर चढ़ाई पूरे हिमालय में अधिक कठिन है
गंगोत्री समूह
Gangotri Group
बेनोग टिब्बा, मसूरी से गंगोत्री समूह का चित्र (भृगुपंथ, थलैसागर और केदारनाथ सहित)
उच्चतम बिंदु
ऊँचाई7,138 मी॰ (23,419 फीट) Edit this on Wikidata
निर्देशांक30°45′04″N 79°16′55″E / 30.751°N 79.282°E / 30.751; 79.282निर्देशांक: 30°45′04″N 79°16′55″E / 30.751°N 79.282°E / 30.751; 79.282
भूगोल
गंगोत्री समूह is located in उत्तराखंड
गंगोत्री समूह
गंगोत्री समूह

इन्हें भी देखें

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  1. H. Adams Carter, "Classification of the Himalaya", American Alpine Journal, 1985, pp. 139–141.
  2. Andy Fanshawe and Stephen Venables, Himalaya Alpine-Style, Hodder and Stoughton, 1995, ISBN 0-340-64931-3, pp. 108–111.
  3. Ed Douglas, "Shivling", in World Mountaineering (Audrey Salkeld, editor), Bulfinch Press, 1998, ISBN 0-8212-2502-2, pp. 258–261.