मेरु पर्वत, गढ़वाल
भारत में स्थित पर्वत
मेरु (Meru) भारत के उत्तराखण्ड राज्य के उत्तरकाशी ज़िले में गढ़वाल हिमालय के गंगोत्री समूह में स्थित तीन शिखरों वाला एक पर्वत पुंजक है। यह थलै सागर और शिवलिंग पर्वतों के बीच में खड़ा है। इसका मध्य शिखर ऊँचाई में सबसे कम है लेकिन उसे चढ़ना सबसे कठिन माना जाता है। मेरु के पूर्वोत्तरी मुख पर एक विशाल ग्रेनाइट की चट्टान है, जिसे शार्क फिन कहा जाता है।[1][2]
मेरु पर्वत | |
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Meru Peak | |
उच्चतम बिंदु | |
ऊँचाई | 6,660 मी॰ (21,850 फीट) |
उदग्रता | 460 मी॰ (1,510 फीट) |
निर्देशांक | 30°52′5″N 79°1′56″E / 30.86806°N 79.03222°Eनिर्देशांक: 30°52′5″N 79°1′56″E / 30.86806°N 79.03222°E |
भूगोल | |
स्थान | उत्तरकाशी ज़िला, उत्तराखण्ड, भारत |
मातृ श्रेणी | गंगोत्री समूह, गढ़वाल हिमालय |
तीन शिखर
संपादित करेंशिखर | अंग्रेज़ी नाम | ऊँचाई (मीटर) | ऊँचाई (फुट) |
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दक्षिणी | Southern | 6,660 मीटर | 21,850 फुट |
मध्य | Central | 6,310 मीटर | 20,700 फुट |
उत्तरी | Northern | 6,450 मीटर | 21,160 फुट |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ H. Adams Carter, "Classification of the Himalaya", American Alpine Journal, 1985.
- ↑ Andy Fanshawe and Stephen Venables, Himalaya Alpine-Style, Hodder and Stoughton, 1995, ISBN 0-340-64931-3, pp. 108–111.