दादागिरी (bullying) बलप्रयोग से या धमकाकर किसी अन्य या अन्यों का अपमान करने, काम निकलवाने, मनोवैज्ञानिक रूप से हावी होने या अपना प्रभुत्व जमाने के प्रयास को कहते हैं। यह दुर्व्यवहार अक्सर बार-बार दोहराया जाने वाला और दादागिरी करने वाले के लिए आदत बन जाने वाला होता है। दादागिरी अन्य प्रकार की झड़पों से भिन्न है क्योंकि इसमें दादागिरी करने वाला अपने शारीरिक या सामाजिक बल को दूसरे पक्ष से कहीं अधिक समझता है और स्वयं को किसी भी प्रकार की हानि से सुरक्षित महसूस करता है। दादागिरी का व्यवहार अक्सर कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है।[1][2][3]

इन्हें भी देखें

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  1. Juvonen, J.; Graham, S. (2014). "Bullying in Schools: The Power of Bullies and the Plight of Victims". Annual Review of Psychology. Annual Reviews. 65: 159–85. PMID 23937767. डीओआइ:10.1146/annurev-psych-010213-115030. मूल से 26 अगस्त 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 फ़रवरी 2017.
  2. "Children who are bullying or being bullied". Cambridgeshire County Council: Children and families. Cambridgeshire County Council. 2013-07-24. मूल से 29 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2013-10-28.
  3. Ericson, Nels (June 2001). "Addressing the Problem of Juvenile Bullying" (PDF). OJJDP Fact Sheet #FS-200127. U.S. Department of Justice: Office of Juvenile Justice and Delinquency Prevention. 27. मूल (PDF) से 26 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2013-10-28.