दियारा एक स्थानीय शब्दावली है जो भोजपुरी, मगही, मैथिल भाषी क्षेत्र में नदी के बाढ़ मैदान में स्थित एक स्थलरूप के लिये इस्तेमाल होती है। वस्तुतः यह विशेष परिस्थितियों में निर्मित बाढ़ का मैदान ही है किन्तु गंगा और सरयू नदियों के बाढ़ का मैदान इनके विसर्पो के कारण नदी के मूल पाट से काफी दूर तक विस्तृत होता है और आकृति में अर्धवृत्ताकार या अर्धचंद्राकार होता है। नदियों के किनारे यह उपजाऊ क्षेत्र है जो अधिक प्रबल बाढ़ आने पर डूब जाता है। आमतौर पर दियारा का कुछ क्षेत्र सालाना बाढ का शिकार होता है। दोआब क्षेत्र के विपरित दियारा क्षेत्र छोटा और टापूनुमा होता है। गंगा तथा इसकी सहायक नदियों में कई दियारा क्षेत्र मिलते हैं जो विरल जनसंख्या का प्रदेश है।