दिल्ली दरवाजा, लाहौर
निर्देशांक: 31°34′56″N 74°19′35″E / 31.5822°N 74.3264°E
दिल्ली दरवाजा (उर्दू: دہلی دروازہ या दिल्ली गेट) पुराने दीवार से घिरे पाकिस्तान के लाहौर शहर के छः शेष दरवाजों में से एक प्रवेश द्वार है। दिल्ली दरवाजे एवं निकटस्थ शाही हम्माम का पुनरोद्धार २०१५ में आगा खाँ कल्चरल सर्विस पाकिस्तान द्वारा करवाया गया है।
दिल्ली दरवाजा | |
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लाहौर का दिल्ली दरवाजा फुर्व मुखी है, वर्तमान भारत की राजधानी, दिल्ली की ओर मुख किये हुए, इसी कारण दिल्ली दरवाजा कहलाता है। | |
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सामान्य जानकारी | |
कस्बा या शहर | लाहौर |
देश | वर्तमान पाकिस्तान |
निर्देशांक | 31°34′56″N 74°19′35″E / 31.5822°N 74.3264°E |
पूर्ण | १७वीं शताब्दी |
डिजाइन और निर्माण | |
ग्राहक | पाकिस्तान सरकार |
पृष्ठभूमि
संपादित करेंदिल्ली दरवाजे का निर्माण मुगल काल में हुआ था एवं यह पुराने लाहौर शहर के १३ में से शेष बचे छः प्रवेशद्वारों में से एक है। इस दरवाजे का नाम दिल्ली पर रखा गया है, क्योंकि यह पूर्वमुखी होने के कारण दिल्ली शहर की ओर रुख करता है।[1] मुगल काल में यह द्वार लाहौर शहर के मुख्य प्रवेशद्वार के रूप में प्रयोग किया जाता था। इसके द्वार प्रत्येक दिन सांय बन्द कर दिये जाते थे। [1] इस परिसर से लगी १७वीं शताब्दी की कई ऐतिहासिक इमारतें हैं जैसे वज़ीर खां मस्जिद, शाही हम्माम एवं हवेलियाँ।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ Qureishi, Tania (11 October 2015). "Delhi Gate – A must see heritage". Pakistan Today. मूल से 20 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 December 2016.
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- वॉल्ड सिटी हॅज़ थर्टीन गेट्स, (अंग्रेज़ी)