धर्मपाल
पाल राजवंश के राजा (शासन अवधि: 770-810)
धर्मपाल (शासन अवधि: 770-810) पाल राजवंश के राजा थे। वे बौद्ध धर्म के अनुयायी थे और उन्होंने अनेकों मठ व बौद्ध बिहार बनवाये। विक्रमशिला व सोमपुरी के प्रसिद्ध महाबिहारों की स्थापना उनकी कीर्ति के शाश्वत वाहक हैं। विक्रमशिला विश्वविद्यालय की देखभाल के लिए सौ गाँव दान में दिये थे।

पाल वंश के संस्थापक गोपाल के बाद उसका पुत्र धर्मपाल ७७० ई. में सिंहासन पर बैठा। धर्मपाल ने ४० वर्षों तक शासन किया। वह कन्नौज के लिए त्रिदलीय संघर्ष में उलझा रहा। उसने कन्नौज की गद्दी से इंद्रायूध को हराकर चक्रायुध को आसीन किया। चक्रायुध को गद्दी पर बैठाने के बाद उसने एक भव्य दरबार का आयोजन किया तथा 'उत्तरापथ स्वामिन' की उपाधि धारण की।
प्रतिहार राजा नागभट्ट द्वितीय एवं राष्ट्रकूट राजा ध्रुव ने धर्मपाल को पराजित किया था।
सन्दर्भ
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