धर्मपाल गुलाटी
धर्मपाल गुलाटी भारत के एक उद्यमी तथा समाजसेवी थे। एम डी एच (महाशिया दी हट्टी) मसाले उनके ही उत्पाद हैं। इनका जन्म सियालकोट, वर्तमान में अब पाकिस्तान में,हुआ था। भारत-पाकिस्तान बटवारे के बाद भारत आकर इन्होंने दिल्ली के करोल बाग से अपना व्यापार प्रारंभ[1] किया। अब यह भारत की एक जानी मानी मसाला कंपनी एम डी एच को चलाते हैं। इनको पदम भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
प्रारम्भिक जीवन
संपादित करेंधर्मपाल गुलाटी का जन्म 27 मार्च 1923 को पाकिस्तान के सियालकोट में हुआ था। उनके पिता महाशाय चिन्नीलाल की कस्बे में एक मसाले की दुकान थी जिसका नाम महाशियान दी हट्टी था।[2] जिसे देगी मवाले के नाम से भी जाना जाता था। सन 1933 में, 10 साल की उम्र में, उन्होंने स्कूल की पढाई छोड़ दी और अपने मसाले के कारोबार में अपने पिता की मदद करने के लिए शामिल हो।[3]
निधन
संपादित करेंगुलाटी जी का 03 दिसम्बर 2020 को हृदय गति रुक जाने के कारण निधन हो गया।[4]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ http://blogs.wsj.com/indiarealtime/2011/12/13/delhi%E2%80%99s-refugees-the-spice-maker। वालस्ट्रीट जनरल
- ↑ "Mahashay Dharampal Gulati [Hindi]: नही रहे मसाले के शहंशाह धर्मपाल गुलाटी". S A NEWS (अंग्रेज़ी में). 2020-12-04. अभिगमन तिथि 2020-12-04.
- ↑ "MDH के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का 98 साल की उम्र में निधन". Hindustan (hindi में). अभिगमन तिथि 2020-12-04.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
- ↑ "MDH मसाले के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का 97 साल की आयु में देहावसान". NDTVIndia. अभिगमन तिथि 2020-12-04.
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- तांगेवाले से शहंशाह बनने तक का सफर (दैनिक नवज्योति)
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