नताल्या सज़ानोवा
नताल्या सज़ानोवा एक प्रसिद्ध रूसी भारतविद और मॉस्को राजकीय विश्वविद्यालय की प्रोफ़ेसर थीं। उन्होंने द बीटल्स रॉक बैन्ड समूह के जॉर्ज हैरिसन को हिन्दी सिखाई थी तथा भारतेन्दु हरिश्चंद्र पर शोध करके दर्शनशास्त्र में मास्टर की डिग्री प्राप्त की। [1] [2]
भारत से प्रेम
संपादित करेंसज़ानोवा को भारत तथा हिन्दू धर्म से विशेष रुचि थी। उनकी प्रारंभिक रुचि ब्रजभाषा और संस्कृति में थी। परन्तु यही रुचि आगे चलकर राधा-कृष्ण भक्ति में विकसित हुई। उन्होंने काफ़ी समय वृंदावन में बिताया। उन्होंने रूसी भाषा में सूरसागर का अनुवाद किया। [1] [2]
शिक्षा
संपादित करेंसज़ानोवा ने हिन्दी नाटककार पर शोध किया और दर्शनशास्त्र में मास्टर की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने ने द बीटल्स बैन्ड समूह के जॉर्ज हैरिसन को हिन्दी सिखाई थी जो स्वयं हिन्दी भाषा और हिन्दू धर्म में रुचि रखती थी। [1] [2]
मित्रता
संपादित करेंवह प्रसिद्ध अभिनेत्री देविका रानी और उनके रूसी पति स्वेतोस्लाव रॉरिक की मित्र रहीं तथा १९८० से मॉस्को निकोलस रोरिक सोसाइटी के बोर्ड की सदस्या अपने जीवन के अन्त तक रहीं । [1] [2]
पश्चिम-पूर्व संस्कृति का संगीतय संगम
संपादित करेंऐतिहासिक रूप से एक बार जॉर्ज हैरिसन और पंडित रवि शंकर की विभिन्न दिशाओं की संगीत का शो आयोत किया गया था, जिसका श्रेय नताल्या सज़ानोवा को जाता है। [1] [2]
देहान्त
संपादित करेंसज़ानोवा का देहान्त २००६ में हुआ था। [1] [2]