नन्दिग्राम
नन्दिग्राम महाराष्ट्र में स्थित कोई स्थान है जहाँ १३वीं शताब्दी से लेकर १८वीं शताब्दी तक अनेक खगोलविद और गणितज्ञ फले-फूले। अमेरिका के प्राचीन गणित-इतिहासकार डेविड पिंग्री (David Pingree), ने गुजरात के नान्दोद को नन्दिग्राम माना है।[1][2] किन्तु आधुनिक विद्वान महाराष्ट्र के रायगढ़ जिला के नन्दगाँव को नन्दिग्राम मानते हैं [1][3] जो मुम्बई से ६४ किमी दक्षिण में कोंकण तट पर स्थित है।
नन्दिग्राम | |
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निर्देशांक: 18°23′N 72°55′E / 18.38°N 72.92°E |
नन्दिग्राम के कुछ ज्योतिषविद एवं गणितज्ञ
संपादित करें- गणेश दैवज्ञ (जन्म १५०७) -- इनके पिता केशव दैवज्ञ और दादा कमलाकर भी ज्योतिषविद थे।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ S. R. Sarma (210). "Nandigrama of Ganesa Daivajna" (PDF). Indian Journal of History of Science. 45 (4): 569–574. मूल (PDF) से 4 March 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 December 2015.
- ↑ Bag, A.K. (May 1980). "Indian literature on mathematics during 1400 - 1800 AD" (PDF). Indian Journal of History of Science. 15 (1): 79–93. मूल (PDF) से 9 March 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 August 2012.
- ↑ N Singh, B Barauh (2004). Encyclopaedic Dictionary of Pali Literature, Volume 1. Global Vision Publishing House. पपृ॰ 172–173. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788187746676.