नमिनाथ
इक्कीसवें जैन तीर्थंकर प्रभु जी
नमिनाथ जी जैन धर्म के इक्कीसवें तीर्थंकर हैं। उनका जन्म मिथिला के इक्ष्वाकुवंशीय क्षत्रिय राजपरिवार में श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अश्विनी नक्षत्र में हुआ था। इनकी माता का नाम विप्रा रानी देवी और पिता का राजा विजय था
नमिनाथ | |
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नमिनाथ भगवान | |
विवरण | |
शिक्षाएं | अहिंसा |
पूर्व तीर्थंकर | मुनिसुव्रतनाथ |
अगले तीर्थंकर | नेमिनाथ |
गृहस्थ जीवन | |
वंश | इक्ष्वाकु वंश |
पंच कल्याणक | |
जन्म स्थान | मिथिला |
मोक्ष स्थान | सम्मेद शिखर |
लक्षण | |
रंग | स्वर्ण |
चिन्ह | नील कमल |
बाहरी_कड़ियाँ
संपादित करेंजैन धर्म के २१ वे भगवान् नमिनाथ तीर्थंकर के बारे में उल्लेख है की वे मिथिला के राजा थे और ये नमिनाथ जी ही राजा जनक के पूर्वज थे।ये वो ही जनक है जो भगवान् राम की पत्नी माता सीता के पिता थे