नाथ सम्प्रदाय के नौ गुरुओं को नवनाथ कहा जाता है। इनकी पूजा व्यक्तिगत रूप में तथा सामूहिक रूप में भी की जाती है। भगवान शिव को ही आदिनाथ कहा जाता उनका एक नाम आदिस भी है इस आदिस शब्द से ही _, आदेश शब्द बना है भगवान शिव के बाद इस परम्परा मे सबसे बड़ा नाम गुरु दतात्रे जी का है उन्होंने ने शेव ओर वैष्णव मे समनवय बनाया गुरु दतात्रे को आदि गुरु भी माना जाता है भगवान दतात्रे मछन्दर नाथ के गुरु थे भगवान दतात्रे के बाद मछन्दर नाथ ने नाथ समप्रदाय को गति से आगे बढ़ाया ओर गुरु मछन्दर नाथ गुरु गोरखनाथ के गुरु थे उसके बाद गुरु गोरखनाथ ने शेव धर्म की सभी प्रमपरा को आगे बढ़ाया गुरु गोरखनाथ गहिनानाथ व भर्थरीनाथ के गुरु थे ओर नौ नाथों मे से एक थे कनिफा नाथ जिसको कृष्णपाद के नाम से भी जाना जाता है जिसके गुरु जालंधर नाथ थे कनिफा नाथ को कपालिक मतों का प्रव्रतक माना जाता है

इन्हें भी देखें

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