नारद संग्रहालय, बिहार

नारद संग्रहालय भारत के प्रमुख संग्रहालयों में से है। यह संग्रहालय बिहार के नवादा शहर में स्थित है। यह वर्ष 1973 ई. में नवादा के प्रथम जिला अधिकारी नरेन्द्र पाल सिंह के प्रयासों से अस्तित्व में आया। इस संग्रहालय की इमारत दो मंजिला है। इसके प्रथम तल में भारत के प्राचीन सिक्कों के विकास को प्रदर्शित किया गया है। भारत के प्रारम्भिक सिक्का पंच मार्क से लेकर मुगल कालीन सिक्कों के क्रमिक विकास को संग्रहालय में देखा जा सकता है। सोनसा गढ़ से प्राप्त मौर्य कालीन हड्डी की कलाकृति, शुंगकालीन मृण्मूर्तियां, मनके, सिल एवं धातु निर्मित कलाकृतियों को संग्रहालय के दीर्घा में प्रदर्शित किया गया है। सोनसा गढ़ की खोज नारद संग्रहालय को एक उपलब्धि के रूप में माना जाता है। इसके अतिरिक्त, संग्रहालय में देवनगढ़ से प्राप्त मंजूश्री की प्रतिमा और धातु मूर्तियों में बौद्ध, जैन और हिन्दू धर्म से सम्बन्धित मूर्तियां प्रदर्शित की गई है। मुगलकालीन तलवार, कटार, ढाल के साथ ही स्व. हीरा लाल बबन जी के द्वारा पर्शियन कवि हाफिज के शेर को चित्र में उतारा गया है।