नास्तिक दर्शन

एक भारतीय दरशन

नास्तिक दर्शन भारतीय दर्शन परम्परा में उन दर्शनों को कहा जाता है जो वेदों को नहीं मानते थे।

भारत में ऐसे दर्शन भी थे जो वैदिक परम्परा के बन्धन को नहीं मानते थे वे नास्तिक कहलाये तथा दूसरे जो वेद को प्रमाण मानकर उसी के आधार पर अपने विचार आगे बढ़ाते थे वे आस्तिक कहे गये।

नास्तिक कहे जाने वाले विचारकों की तीन धारायें मानी गयी हैं - चार्वाक, जैन तथा बौद्ध

चार्वाक दर्शन संपादित करें

जैन दर्शन संपादित करें

बौद्ध दर्शन संपादित करें

इन्हें भी देखें संपादित करें