निर्मला देवी
निर्मला देवी (7 जून 1927 - 15 जून 1996), जिन्हें निर्मला अरुण के रूप में भी जाना जाता है, 1940 के दशक में भारतीय फिल्म अभिनेत्री और पटियाला घराने की हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायिका थीं। वह बॉलीवुड अभिनेता गोविन्दा की मां हैं।[1]
निर्मला देवी | |
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जन्म |
07 जून 1927 बनारस, बनारस राज्य, ब्रिटिश भारत |
मौत |
15 जून 1996 मुम्बई, महाराष्ट्र, भारत | (उम्र 69 वर्ष)
पेशा | गायिका, अभिनेत्री |
जीवनसाथी | अरुण कुमार आहूजा |
निर्मला देवी 1940 के दशक के अभिनेता अरुण कुमार आहूजा की पत्नी थीं। उनके छह बच्चे हैं, जिनमें भारतीय फिल्म अभिनेता गोविन्दा और फिल्म निर्देशक कीर्ति कुमार शामिल हैं। 1996 में उनकी मृत्यु हो गई।
निजी जीवन
संपादित करेंनिर्मला देवी का जन्म 7 जून 1927 को, उत्तर प्रदेश के शहर वाराणसी (तब बनारस के नाम से जाना जाता था) में हुआ था।[2] उनके पिता, वासुदेव प्रसाद सिंह, पेशे से जौहरी थे और शहर में एक समृद्ध व्यवसाय के मालिक थे। उनकी मां श्रीमती कुसुमदेवी, एक गृहिणी, फैजाबाद जिले के गाँव शाहगंज की थीं। निर्मला देवी 12 भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं, 9 लड़कों और 3 लड़कियों में श्री लक्ष्मी नारायण सिंह शामिल हैं जिन्हें पेशेवर रूप से लच्छू महाराज के नाम से जाना जाता है, जो बनारस घराने के एक भारतीय तबला वादक थे।
निर्मला अपने पिता के साथ मुम्बई चली गईं। फिर 15 साल की उम्र में उस समय की प्रमुख संगीत कंपनी, एचएमवी के साथ अपना पहला एल्बम रिकॉर्ड किया। उन्होंने आकाशवाणी और दूरदर्शन के लिए प्रदर्शन भी किया। उन्होंने ठुमरी और गज़ल गायकी भी की। उनकी कई एल्बमें जारी हुई थी।
उन्होंने 1942 में अभिनेता अरुण कुमार आहूजा से शादी की थी। उनके 6 बच्चे, 4 बेटियाँ और 2 बेटे थे। बेटे में फिल्म अभिनेता गोविन्दा और फिल्म निर्देशक कीर्ति कुमार हैं। उनकी पहली फिल्म सवेरा थी, जिसमें उनके पति अरुण सह-कलाकार थे।[3]
निर्मला देवी का 15 जून 1996 को 69 वर्ष की आयु में मुम्बई में निधन हो गया।
फिल्में
संपादित करेंनिर्मला के रूप में श्रेय:
- सवेरा (1942)
- शारदा
- कानून
- गीत
- गाली (1944)
- चालिस करोड़ (1946)
- सेहरा
- जन्माष्टमी
- अनमोल रतन (1950)
निर्मला देवी के रूप में श्रेय:
- राम तेरी गंगा मैली (1985)
- बावर्ची (1972)
- ज़ारा बचके (1959)
- शमा परवाना (1954)
साउंडट्रैक
संपादित करें- बावर्ची (1972) - गायिका: "काहे कान्हा करत बरजोरी"
एल्बम
संपादित करेंशैली - हिन्दुस्तानी शास्त्रीय - संगीत लेबल - एचएमवी (जिसे अब सारेगामा के रूप में जाना जाता है)
एकल:
- बना बना के तमन्ना और ग़म की निशानी (ग़ज़ल)
- जादू भरे तोरे नैनवा राम एवं मोरी बालि उमर बीती जाय (ठुमरी)
पूर्ण एल्बम:
- सावन बीता जाय (ठुमरी) (लक्ष्मी शंकर के साथ, समकालीन गायक)
- वीकेंड प्लेशर (ठुमरी)
- निर्मला देवी द्वारा ठुमरियां (ठुमरी)
- लाखों के बोल सहे (ठुमरी)
- निर्मला देवी की ग़ज़लें (ग़ज़ल)
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "पत्रिका स्पेशल: जानिए हिंदी फिल्मों की हास्य कलाकार कैसे बनीं उमा देवी से 'टुनटुन'". पत्रिका. 25 जुलाई 2018. मूल से 23 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 फरवरी 2019.
- ↑ हिन्दी सिनेमा का सुहाना सफर. पृ॰ 120. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788128807176. मूल से 23 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 फरवरी 2019.
- ↑ "गोविंदा". मूल से 23 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 फरवरी 2019.