लम्बे समय तक नेपाल में शिक्षा गृह-विद्यालयों और गुरुकुलों पर आधारित थी। [1] 1853 में जंगबहादुर राणा द्वारा स्थापित पहला औपचारिक स्कूल, दरबार हाई स्कूल, अभिजात वर्ग के लिए था। 1951 में नेपाल में लोकतंत्र आने के बाद इसमें साधारण लोगों के बच्चों का प्रवेश भी किया जाने लगा। नेपाल की वर्तमान समय की प्राथमिक विद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक शिक्षा को भारतीय प्रणाली पर शुरू से ही तैयार किया गया है, जो स्वयं पुराने ब्रिटिश राज की विरासत है। [2]

नेपाल 1 में शिक्षा
शिक्षा मंत्रालय
राष्ट्रीय शिक्षा बजट (2006)
बजट$98.64 मिलियन
सामान्य विवरण
प्राथमिक भाषानेपाली
प्रणाली प्रकारकेंद्रीय
स्थापनाशिक्षा ऐन
अगस्त 9, 1971
जनवरी 28, 2004
साक्षरता (2011)
कुल65.9%
पुरुष75.1%
महिला57.4%
नामांकन
कुल6,373,003
प्राथमिक4,030,045
माध्यमिक2,195,8352
उत्तर माध्यमिक147,123
योग्यता
माध्यमिक डिप्लोमा46.2%
उत्तर-माध्यमिक डिप्लोमाअज्ञात
Map of Nepal
अपने पड़ोसियों, चीन और भारत के सापेक्ष नेपाल की स्थिति

नेपाल की 1971 की शिक्षा योजना ने देश में इसके विकास को गति दी।  १९५२/५४ के आसपास नेपाल में ३०० स्कूलों में १०,००० छात्र थे और वयस्क साक्षरता दर ५ प्रतिशत थी।  २०१० में ४९,००० स्कूल थे,  और २०१५ तक कुल वयस्क साक्षरता दर ६३.९ प्रतिशत थी (पुरुष ७६.४ प्रतिशत और महिलाएं ५३.१ प्रतिशत)। [3] इस देश में सार्वजनिक स्कूलों के माध्यम से शिक्षण को शुरू हुए पचास वर्ष से अधिक का समय हो चुका है।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. EDUCATION IN NEPAL. Nepal: THE BUREAU OF PUBLICATIONS, COLLEGE OF EDUCATION. 1956.
  2. "Education System in Nepal".
  3. "CIA world Fact book". The World Factbook. CIA. 2015. मूल से 24 नवंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 मई 2021.