नेल्सन वांग
नेल्सन वांग (जन्म 1950) चीनी मूल के भारतीय रेस्तोरां और मुम्बई के केम्प्स कॉर्नर इलाके में स्थित प्रसिद्ध चाइना गार्डन रेस्तरां के संस्थापक हैं।[2][3] विभिन्न स्रोतों के अनुसार वो भारतीय/चीनी व्यंजन "चिकन मंचूरियन के आविष्कारक हैं।[4]
नेल्सन वांग | |||||||
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चीनी नाम | |||||||
पारम्परिक चीनी | 黃玉堂[1] | ||||||
सरलीकृत चीनी | 黄玉堂 | ||||||
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हिन्दी नाम | |||||||
हिन्दी | नेल्सन वांग |
व्यक्तिगत जीवन
संपादित करेंवांग का जन्म कोलकाता में हुआ।[5] वो चीनी आप्रवासी के पुत्र हैं[3] हालांकि, उनके जन्म के कुछ दिन बाद ही उनके पिता का देहान्त हो गया और उनकी माँ ने उन्हें एक लालन-पोषण करने के लिए उपयुक्त परिवार में भेज दिया। उनके संरक्षक पिता एक महाराज का कार्य करते थे जिनसे वांग ने भोजन पकाने में अपनी रूचि जागृत की।[2]
शुरूआती जीवन
संपादित करेंवांग १९७४ में मुम्बई आये और उस समय उनकी जेब में मात्र ₹ २७ थे।[6] उनकी पहली नौकरी कोलाबा में एक छोटे भोजनालय में लगी।[5] उन्होंने इसके अतिरिक्त भी लिम्बों नृत्य सहित कुछ अन्य छोटे-मोटे कार्य किये। लिम्बो में वो बहुत ही कुशल हैं।[3] वांग के स्वयं के अनुसार १९७५ में जब वो क्रिकेट क्लब ऑफ़ इंडिया के लिए भोजन बनाया करते थे उस समय एक ग्राहक ने उन्हें एक ऐसा व्यंजन बनाने को कहा जो भोजनसूची में नहीं है।[3] उन्होंने भारतीय व्यंजनों में प्रयुक्त होने वाले मूल अवयव जैसे कटा हुआ लहसून, अदरक, हरी मिर्च लिया लेकिन उन्होंने गरम मसाले के स्थान पर सोया सॉस लिया और इन सभी अवयवों को चिकन और कॉर्न स्टार्च (मक्के से बना अवयव) के साथ पकाया। इसका परिणामस्वरूप वर्तमान में प्रसिद्ध चिकन मंचूरियन तैयार हो गया।[7]
चाइना गार्डन
संपादित करेंवांग ने १९८३ में अपने भोजनालय, चाइना गार्डन का निर्माण करने हेतु सीसीआई में अपनी नौकरी छोड़ दी।[6] उनके भोजनालय में मुम्बई के कुलीन वर्ग में काफी प्रसिद्धि प्राप्त की और विभिन्न पुरस्कार प्राप्त करते हुये इसे "भारत के सर्वश्रेष्ठ भोजनालय" के रूप में प्रतिष्ठित किया।[5] उन्होंने अपने पुत्र एडी के साथ दिल्ली, हैदराबाद, बंगलौर, पुणे और गोवा सहित भारत के विभिन्न स्थानों पर भोजनालय खोले।[3] चाइना गार्डन को १९९९ में उस समय मुशिबतों का सामना करना पड़ा जब एक न्यायालय ने इमारत निर्माण क्षेत्र में तटीय विनियमन क्षेत्र अधिनियम के तहत इसे बन्द करने के आदेश दे दिये। यह मामला सुलझने में चौदह वर्ष से भी अधिक समय ल्गा।[5][8] यद्यपि, चाइना गार्डन को अगस्त २००० में क्रॉसरोड मॉल में स्थानान्तरित कर दिया गया।[9]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Yuan Nansheng/袁南生 (2007), साँचा:Asiantitle, China Social Sciences Publishing House, पृ॰ 8, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-7-5004-5356-7
- ↑ अ आ Nelson Wang - The Master Chef, China Garden Restaurant, मूल से 16 अप्रैल 2010 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 2014-04-22
- ↑ अ आ इ ई उ "The short history of Indian Chinese food and where to breathe fire in Mumbai", सीएनएन गो, 2010-02-11, मूल से 27 अक्तूबर 2012 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 2014-04-22
- ↑ मुखर्जी, सिप्रा; गूप्तू, सरवनी, "The Chinese community of Calcutta", प्रकाशित बनर्जी, हिमाद्रि (संपा॰), Calcutta Mosaic: Essays and Interviews on the Minority Communities of Calcutta, एंथम प्रेस, पपृ॰ 131–142, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-905835-5-8 नामालूम प्राचल
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की उपेक्षा की गयी (|language=
सुझावित है) (मदद) - ↑ अ आ इ ई नंदी, प्रीतिश (1999-10-27), "Bulls in China Garden", रिडीफ़, मूल से 7 जून 2011 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 2014-04-22
- ↑ अ आ तहसीन, इसमत (2008-02-05), "Manchurian Master: On the eve of the Chinese New Year, restaurateur Nelson Wang recounts the rise and rise of 'Manchurian' and 'Chinjabi' in India", डैली न्यूज़ एण्ड एनालिसीस, मूल से 7 फ़रवरी 2011 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 2014-04-24
- ↑ भगत, राशीदा (४ मई २००७), "Taste and disdain: A tour of the country's interesting eating habits with a roving journalist", द हिन्दू (अंग्रेज़ी में), मूल से 14 फ़रवरी 2009 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि ३ मई २०१४
- ↑ "Today's special at China Garden: High Drama" [आज का विशेष चाइना गार्डन पर: उच्च नाटक], इण्डियन एक्सप्रेस (अंग्रेज़ी में), 1999-08-05, अभिगमन तिथि ३ मई २०१४
- ↑ "China Garden's new avtar" [चाइना गार्डन का नया अवतार], Rediff (अंग्रेज़ी में), २९ सितम्बर २०००, मूल से 29 सितंबर 2000 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि ३ मई २०१४
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- चाइना गार्डन, वांग का रेस्तरां।