पचौर

शहर जहां की प्रमुख भाषा हिंदी के साथ साथ मालवी भी ।मालवी का इतिहास भी अनोखा है

पचौर (Pachore), जिसे पचोर भी कहा जाता है, भारत के मध्य प्रदेश राज्य के राजगढ़ ज़िले में स्थित एक नगर है।[1][2]

पारद nagar
पारद nagar
पचौर is located in मध्य प्रदेश
पचौर
पचौर
मध्य प्रदेश में स्थिति
निर्देशांक: 23°42′54″N 76°43′55″E / 23.715°N 76.732°E / 23.715; 76.732निर्देशांक: 23°42′54″N 76°43′55″E / 23.715°N 76.732°E / 23.715; 76.732
देश भारत
प्रान्तमध्य प्रदेश
ज़िलाराजगढ़ ज़िला
जनसंख्या (2011)
 • कुल45,726
भाषाएँ
 • प्रचलितहिन्दी
समय मण्डलभारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30)

यह जिले की नवनिर्मित तहसील है और नेवज नदी के किनारे बसा है। पचौर नगर के मध्य से आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राज मार्ग गुजरता है, साथ ही पचौर में बड़ी रेल-लाइन उज्जैन-गुना भी निकलती है। पचौर का इतिहास २०० वर्षो से भी अधिक पुराना है, इसका पुराना नाम कुछ लेखों में पारा, पारद नगर के रूप में भी मिलता है। यहाँ पर प्राचीन शिवालय मन्दिर है जिसे बड़ा शिवालय के नाम से जाना जाता है। पचौर से इंदौर, उज्जैन, गुना व भोपाल की दूरी लगभग १५० किमी है। पचौर से खुजनेर, तलेन व बोड़ा के लिए पक्की सड़कें बनी हुई है। पचौर तहसील का निर्माण २८ अगस्त २००८ को हुआ। इससे पूर्व पचौर में टप्पा कार्यालय कार्यरत था। यहाँ पर नगरीय निकाय के रूप में नगर पंचायत का ऑफिस चलता है। नगर पचायत के पूर्व यहाँ ग्राम पंचायत लगा करती थी। २८ अगस्त को पचौर को तहसील का दर्जा मिलने से पूर्व यह सारंगपुर तहसील का एक अंग था। अब तहसील बन जाने से इसमें दो नगर पंचायतों के साथ ६६ ग्राम पंचायतो के १२४ ग्राम शामिल हो गए है।

इन्हें भी देखें

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