पर्वतदुर्ग
पर्वतदुर्ग (Hillfort) या पहाड़ी दुर्ग ऐसा मृदाबंध होता है जिसमें किसी आसपास की भूमि से ऊँचे स्थान पर किलाबंदी करी जाती है। ऊँचाई ऐसे दुर्ग को आक्रमण से रक्षा करने में सहायता करती है और क्षेत्र पर नज़र भी रखी जा सकती है। इन किलाबंदियों में दुर्ग का निर्माण पहाड़ की प्राकृतिक ढलानों के अनुसार करा जाता है।[1][2]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Avery, Michael (October 1986), "'Stoning and Fire' at Hillfort Entrances of Southern Britain", World Archaeology, 18 (2): 216–230, doi:10.1080/00438243.1986.9979999, JSTOR 124616
- ↑ Hill, David; Jesson, Margaret (eds) (1971), The Iron Age and its hill-forts: papers presented to Sir Mortimer Wheeler on the occasion of his eightieth year, at a conference held by the Southampton University Archaeological Society, 5th–7th March, 1971, Southampton University Archaeological Society