मानव प्रकृति के मन में हमेशा कुछ नया जानने और समझने के साथ कुछ कर गुजरने कि उत्कंठा . लोग अपने इर्द-गिर्द से लेकर दुनिया के किसी भी कोने में इस वक़्त क्या घटित हो रहा है, जानना चाहते हैं . जिज्ञासा के इस अंतर्विरोध को सुलझाने में इन्टरनेट माध्यम सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। खासतौर पर अपनी भाषा एवं बोली में जानकारी पाने कि ललक काफी बढ़ी है यही कारण है कि भारतीय उपमहाद्वीप के हिंदी भाषी राज्यों में इन्टरनेट की तकनीक को समझने एवं अपनाने की चाहत बढ़ी है। आलम यह है कि आज हर आदमी, चाहे वो नेता हो या प्रशासनिक सेवा से जुड़े अधिकारी, व्यापारी, वकील, डाक्टर अथवा युवा छात्र समुदाय, आम लोगों से जुड़े मुद्दों की समग्र जानकारी तुरंत पाना चाहते हैं . पारम्परिक मीडिया उनकी जानने कि इस भूख को मिटाने में असफल सिद्ध हो चुका है। सामाजिक, राजनीतिक एवं सरकारी नीतिगत प्रक्रियाओं कि सम्पूर्ण व विस्तृत सुचना पर अपनी तत्काल प्रतिक्रिया और विचार देना परम्परागत मीडिया के लिए संभव नहीं हो पा रहा है। इन्टरनेट मीडिया के दुतरफा सवांद और त्वरित टिप्पणी कि प्रक्रिया ने इस माध्यम को काफी लोकप्रिय बना दिया है। जाहिर है इन्टरनेट समाचार माध्यम ही उनकी इस भूख को मिटा सकता है। कई वर्षों के सामाजिक और तकनीकी अनुसंधान के बाद ‘पल-पल इंडिया डॉट कॉम 24 घंटे चालू रहने वाली एक ऐसा हिंदी समाचार वेबसाइट है, जिसमें ताजातरीन घटनाओं के समाचारों पर एवं जीवन उपयोगी सभी विषयों की सामग्री पर कोई भी व्यक्ति जब चाहे तब अपने विचार या टिप्पणियों को बेझिझक दोटूक शब्दों में व्यक्त कर सकता है। लोकतान्त्रिक भारत देश के शहरी और ग्रामीण नागरिक अपनी आवाज उठाने एवं देश ही नहीं बल्कि दुनिया का ध्यान भी अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं।

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