पादपरसायन
पादपरसायन या फाइटोकैमिकल बीटा कैरोटीन जैसे वो कार्बनिक यौगिक होते हैं, जो वनस्पतियों में प्राकृतिक रूप से उपलब्ध होते हैं। ये रसायन स्वास्थ्य के लिये लाभकारक हो सकते हैं, किन्तु अभी तक पोषण के लिये आवश्यक सिद्ध नहीं हुए हैं।[1] हालांकि इन रसायनों से परिपूर्ण फलों व सब्जियों से मिश्रित आहार का परामर्श देने हेतु पर्याप्त वैज्ञानिक एवं सरकारी समर्थन मिला हुआ है,[2] किन्तु फिर भी कुछ विशेष पादपरसायनों के द्वारा मिलने वाले लाभों के बारे में मात्र कुछ ही सीमित प्रमाण उपलब्ध हैं।[1] फलों और सब्जियों में रोगों से लड़ने वाले एंटीआक्सीडेंट्स और पादपरसायन पाये जाते हैं।[3] फाइटोकैमिकल्स, हृदय रोग, कैंसर मधुमेह जैसे रोगों से लड़ने में मदद करते हैं।[4]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ "माइक्रोन्यूट्रिएंट इन्फ़ॉर्मेशन सेंटर, लाइनस पाउलिंग इंस्टीट्यूट, ओरेगॉन विश्वविद्यालय". मूल से 15 मार्च 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 फ़रवरी 2010.
- ↑ "फ़्रूट्स एण्ड वेजीज़, मोर मैटर्स". सेंटर्स फ़ॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एण्ड प्रीवेन्शन, सं.रा. स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग. 2010. मूल से 7 जनवरी 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १८ जनवरी २०१०.
- ↑ "साबुत अनाज पूरे शरीर को बचाते हैं". मूल से 13 जून 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 फ़रवरी 2010.
- ↑ खाने के साथ लें सलाद[मृत कड़ियाँ]। दैनिक भास्कर
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