पाशा तुर्की में प्रयुक्त एक पदवी नाम है जो भारतीय उपमहाद्वीप में भी मुस्लिम उपनाम-कुलनाम की तरह इस्तेमाल होते हैं। बीसवीं सदी के तुर्की के कमाल पाशा (अतातुर्क) इसके एक उदाहरण हैं।

मुहंमद अली पाशा


पाशा फारसी के पाद-शाह (बड़ा राजा) से बना है। इसी पादशाह से अरबी में बादशाह बनता है - क्योंकि अरबी में का उच्चारण नहीं होता। पंजाबी साहित्य में पादशाह का चलन रहा है , जबकि शेष उत्तर भारत में बादशाह कहते हैं।