पुरमई
पुरमई', फतेहपुर, उत्तर प्रदेश स्थित एक गांव है।
पुरमई | |||||
— गांव — | |||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||
देश | भारत | ||||
राज्य | उत्तर प्रदेश | ||||
ज़िला | फतेहपुर | ||||
तहसील | खागा | ||||
ग्राम प्रधान | सुशील कुमार उर्फ बच्चा भाई | ||||
विधायक | कृष्णा पासवान | ||||
सांसद | साध्वी निरंजन ज्योति | ||||
जनसंख्या • घनत्व |
2,590 (2011 की जनगणना के अनुसार [update]) • 1,320/किमी2 (3,419/मील2) | ||||
लिंगानुपात | 1000/887 ♂/♀ | ||||
साक्षरता • पुरुष • महिला |
56.4% • 34.16% • 22.2% | ||||
आधिकारिक भाषा(एँ) | हिन्दी, उर्दु | ||||
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
1.9623 km² (1 sq mi) • 114 मीटर (374 फी॰) | ||||
विभिन्न कोड
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निर्देशांक: 25°36′56″N 81°12′15″E / 25.615626°N 81.204207°E
भूगोल
संपादित करेंयह गांव फतेहपुर से करीब 64 Km दूर दक्षिण - पूर्व में स्थित है, और खागा से भी करीब 29 Km दूर दक्षिण - पूर्व में है। और प्रयागराज के पश्चिम में 70 Km दूर है।
शिक्षा
संपादित करेंइस गांव में शिक्षा का स्तर बहुत ही घटिया है, राजकीय प्राथमिक पाठशाला और जूनियर पाठशाला दोनों होने के बावजूद अधिकतर बच्चे अशिक्षित है। लोगों की मानसिकता है, की पढ़ लिख कर कौन सा सरकारी नौकरी पा जायगा। चूंकि लोग आर्थिक रूप से कमजोर होने की वजह से बच्चों को नहीं पढ़ाते और उन्हें काम करने को प्रेरित करते है। और एक कारण जो सरकारी नौकरी हेतु पढ़ रहें थे और वे बेरोजगार होकर दयनीय स्थिति को पहुंच गए, ये लोग समाज में एक बुरा संदेश बन कर रह गए।
जनसांख्यिकी
संपादित करेंयातायात
संपादित करेंसुबह करीब 7बजे प्रत्येक दिन गांव से एक निजी बस प्रयागराज के लिए जाती है और रात्रि 7बजे वापस आ जाती है, यह बस सिराथू रेलवे स्टेशन के पास से होकर गुजरती है, जो गांव से करीब 17Km दूर उत्तर पूर्व में है, सिराथू से प्रत्येक रात्रि 9बजे ट्रेन 12427 दिल्ली के लिए जाती है, और प्रत्येक सुबह 5बजे ट्रेन 12428 सिराथू वापस आ जाती है।
आदर्श स्थल
संपादित करेंगांव में पीर बाबा(رَحْمَةُ اللَّٰهِ عَلَيْهِ) का मजार है जहां पर जहरीले सांप के काटने पर दवा दी जाती है।
संदर्भ
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
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