जब अत्यधिक खिंचाव के कारण पेशियों के फाइबर फट जाते हैं तो इसे पेशियों का खिंचाव (pulled muscle) कहते हैं। इसी तरह का घाव यदि स्नायुओं (लिगामेन्ट्स) में हो तो उसे मोच (स्प्रेन) कहते हैं।

क्षतिग्रस्त पेशियाँ

मुख्य लक्षण हैं - कुछ सीमित स्थानों पर दर्द, अकड़न (स्टिफनेस), क्षतिग्रस्त पेशियों के आसपास त्वचा का रंग बदल जाना आदि

  • बचाव - वस्तुओं से टक्कर न लगे इसके लिये कोमल पैड लगाइये।
  • आराम कीजिए।
  • बर्फ : सूजन कम करने के लिये बर्फ लगाना चाहिये। किन्तु एक बार में २० मिनट से अधिक समय तक बर्फ नहीं लगाना चाहिये।
  • संपीडन (कम्प्रेसन) : प्रभावित क्षेत्र पर एसीई कोमल पट्टी लगाइये। इससे सूजन कम होगी।
  • ऐसी स्थिति में लेटिये/बैठिये/सोइए ताकि प्रभावित क्षेत्र हृदय के स्तर पर बना रहे। इससे प्रभावित क्षेत्र में रक्त का अत्यधिक संचार होने से बचता है।

इन्हें भी देखें

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