पैट्रिक मोदियानो (जन्म:30 जुलाई 1945) फ्रांसीसी लेखक हैं। उन्हें 2014 के लिए साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला है। इनकी कृतियों का 30 से ज़्यादा भाषाओं में अनुवाद हुआ है और वह फ्रांस में सुप्रसिद्ध है। मोदियानो ने अपने कई उपन्यासों में द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जर्मन तानाशाह एडोल्फ़ हिटलर द्वारा फ्रांस पर कब्जे के दौरान नाजियों के बर्बर अत्याचार और ऐसे माहौल में जिंदगी के लिए जूझते इन्सानों की कहानी कही है।[1]

पैट्रिक मोदियानो
जन्म30 जुलाई 1945 (1945-07-30) (आयु 78)
पेशालेखक
राष्ट्रीयताफ्रांसीसी

जीवनी संपादित करें

" मोदियानो छोटे उपन्यास लिखते हैं। 120 या 130 पन्नों के ये उपन्यास यादों, पीछे छूट गई बातों और समय जैसे विषयों से जुड़ी होती हैं। उन्होंने बच्चों के लिए भी लिखा है लेकिन उन्हें नोबेल पुरस्कार उनके उपन्यासों के लिए दिया गया है।"

- नोबेल कमिटी के प्रतिनिधि पीटर इंगलुंड[2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "मोदियानो को मिला साहित्य का नोबेल पुरस्कार". अमर उजाला. 10 अक्तूबर 2014. अभिगमन तिथि 24 अगस्त 2021.
  2. Patrick Modiano wins the Nobel prize in literature

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें