पॉलीन्या (रूसी: полынья अर्थ बर्फ का छेद) चारों ओर से समुद्री बर्फ से घिरा एक खुले पानी का क्षेत्र है।[1] इसका प्रयोग भौगोलिक अर्थों मे उन आर्कटिक या अंटार्कटिक समुद्री क्षेत्रों के लिए किया जाता है जिनका पानी वर्ष के अधिकतर समय जमता नहीं है।

तटीय पॉलीन्या अंटार्कटिक में अधोगामी हवाओं द्वारा निर्मित होते हैं

यह एक रूसी शब्द है और वर्तमान अर्थों मे सबसे पहले इसका प्रयोग 19 वीं सदी के ध्रुवीय अन्वेष्कों ने समुद्र के नौगम्य भाग का वर्णन करने के लिए किया था।[2] हाल के दिनों मे भूमंडलीय ऊष्मीकरण (ग्लोबल वार्मिंग) के चलते कुछ पॉलीन्या जैसे वेडल पॉलीन्या अपने मूल आकार से काफी बड़ा आकार ग्रहण कर चुके हैं।[3]

  1. W.J. Stringer and J.E. Groves, 1991
  2. Sherard Osborn, Peter Wells and A. Petermann, 1867
  3. NASA, 1999