प्यार के प्रकार
प्यार एक बहुत ही विशेष और जटिल भावना होती है जिसे समझना काफी मुश्किल है। काफ़ी लोगों को लगता है कि प्यार सिर्फ दिल में होता है परन्तु वह दिमाग कि सोच ही है। सभी कलाकार, कवि और चित्रकार दिल को प्रेम के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करते हैं। असल मे यह हमारे दिमाग कि वजह से होता है क्योंकि हमारा दिमाग रासायनिक संकेत उत्पन्न करता है ताकी लोग प्यार का मतलब समझ सके। प्रेम को व्यक्त करने के अलग-अलग रूप और शैलियाँ हैं। इन शैलियों के वर्णन के लिये प्राचीन यूनानीयों ने चार पद निकाले थे ताकि वे प्यार के चार प्रतीक बने। वे चार पद हैं - एरोस, भंडरण,अगापे और फिलिआ...
यह प्यार कि ऐसी शैली है जिसमें प्यार बिना शर्त के किया जाता है। यह शैली कहती है कि प्यार बाहरी सतह के परे दिखाता है और प्यार प्राप्त करने वाले को वो जैसे भी हो स्वीकार करना सिखाता है। भले ही उनमें कितनी ही खामियां, कमियां या दोष क्यों न हो। यह प्यार का ऐसा प्रकार है जिससे हर कोइ अपने साथी से करने का प्रयास करता है। हालांकि आप भले ही किसी को पसन्द न करते हो पर आप उन्हे एक इन्सन के रूप मे प्यार करने का फैसला करते हैं। इस प्रकार के प्यार मे सामने वाला सिर्फ बलिदान देता चला जाता है बिना बदले मे किसी चीज की उम्मीद के।
फिलिओ
संपादित करेंफिलिओ प्यार एक स्न्नेही, गर्म और नर्म आध्यात्मि प्रेम को दर्शाता है। यह आपके अन्दर किसी के साथ दोस्ती के विचार की इच्छा को उत्पन्न करता है। यह प्रेम का ऐसा प्रकार है जो अगापे प्रेम के प्रकार को जीवंत करता है। यद्यपि आपको अपने दुश्मन के लिए अगापे प्रेम हो तो जरूरी नहीं आपको उनसे फिलिओ प्रकार का प्रेम भी हो।
भंडरणड
संपादित करेंयह पारिवारिक और दोस्ति के प्यार का एक प्रकार हैा। यह वह प्यार है जो माता-पिता स्वाभाविक रूप से अपने बच्चों के लिए मेहसूस करते है; वह प्यार जो परिवार के सदस्यों को एक दुसरे के लिये होता है या ऐसा प्यार जो दोस्तो को एक दुसरे से होता है। कुछ मामलों में, यह दोस्ती वाला प्यार एक रोमांटिक रिश्ते में बदल सकता है, और ऐसे रिश्ते में कुछ सबसे अच्छे दोस्त बन जाते हैं। भंडारण प्यार के प्रकार में बिना शर्त के प्यार होता है, खामियों या दोष को स्वीकार करना सिखाता है और अंत में आप को माफ करने के लिए प्रेरित करता है। यह प्रतिबद्द है, यह आपको सुरक्षित मेहसूस कराता है।
एरोस
संपादित करेंइस प्रकार का प्रेम एक भावुक और तीव्र प्यार है जो रोमांटिक भावनाओं को पैदा करता है। यह एक ऐसि भावना को उत्पन्न करता है जो हमे हमरे नये संबंध मे "मैं आपसे प्यार करता हुँ/करती हुँ" केहने पर मझबूर करता है। यह बस एक भावनात्मक और यौन प्रेम है। हालाकि यह रोमांटिक प्रेम एक नए रिश्ते कि शुरुआत मे ज़रुरी भूमिका निभाता है परन्तु यह ज़्यादा दिन नही टिकता अगर इस्से एक पायदान उच्च न ले जाया जाये तो क्योंकी यह अन्य व्यक्ति के बजाय स्वयं पर अधिक केंद्रित है। अगर एक व्यक्ति जो प्यार मे है अपने रिश्ते मे अच्छा मेहसूस नही करता तो वह अपने साथी को प्यार करना बंद कर देता है।