प्रतिरोधकता
किसी पदार्थ की वैद्युत प्रतिरोधकता (Electrical resistivity; या resistivity, specific electrical resistance, या volume resistivity) से उस पदार्थ द्वारा विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध करने की क्षमता का पता चलता है। कम प्रतिरोधकता वाले पदार्थ आसानी से विद्युत आवेश को चलने देते हैं। इसकी SI ईकाई ओम मीटर [Ω m] है।
परिभाषा
संपादित करेंपरिभाषा - किसी विलयन में दो इलेक्ट् धारा प्रवाहित करने पर प्रतिरोध, धात्विक चालकों के लंबाई के समान एवं बीच की वैद्युत प्रतिरोधकता ρ (ग्रीक : rho / रो ) निम्न प्रकार से परिभाषित है-
जहाँ
- ρ स्थिर प्रतिरोधकता है (Ω-m में)
- E विद्युत क्षेत्र, V/m में
- J धारा घनत्व, A/m² में।
अधिकांश प्रतिरोधों का अनुप्रस्थ दिशा में क्षेत्रफल एकसमान होता है और वे एक ही पदार्थ के बने होते हैं। ऐसी स्थिति में ρ की उपरोक्त परिभाषा निम्न प्रकार हो जाती है-
जहाँ
- R विद्युत प्रतिरोध ओम (Ω) में
- पदार्थ के टुकड़े की धारा की दिशा में लम्बाई; मीटर में
- A धारा की दिशा के लम्बवत पदार्थ का क्षेत्रफल, m² में.
प्रतिरोधकता को चालकता (σ) के व्युत्क्रम के रूप में भी परिभाषित किया जाता है। अर्थात
कुछ पदार्थों की प्रतिरोधकताएँ
संपादित करेंइस सारणी में पदार्थों की प्रतिरोधकता का ताप गुणांक (temperature coefficient of resistivity) 20 °C पर दिये गये हैं।
पदार्थ | प्रतिरोधकता [Ω·m] at 20 °C | ताप गुणांक [K−1] | सन्दर्भ |
---|---|---|---|
चांदी | 1.59×10−8 | 0.0038 | [1][2] |
ताम्र | 1.68×10−8 | 0.0039 | [2] |
स्वर्ण | 2.44×10−8 | 0.0034 | [1] |
अलुमिनियम | 2.82×10−8 | 0.0039 | [1] |
कैल्सियम | 3.36x10−8 | 0.0041 | |
टंग्स्टन | 5.60×10−8 | 0.0045 | [1] |
जस्ता | 5.90×10−8 | 0.0037 | [3] |
निकेल | 6.99×10−8 | 0.006 | |
लोहा | 1.0×10−7 | 0.005 | [1] |
प्लेटिनम | 1.06×10−7 | 0.00392 | [1] |
टिन | 1.09×10−7 | 0.0045 | |
सीसा (लेड)|2.2×10−7 | 0.0039 | [1] | |
टाइटेनियम | 4.20x10−7 | X | |
मैंगनिन | 4.82×10−7 | 0.000002 | [4] |
कांस्टैंटन | 4.9×10−7 | 0.000008 | [5] |
पारा | 9.8×10−7 | 0.0009 | [4] |
नाइक्रोम[6] | 1.10×10−6 | 0.0004 | [1] |
कार्बन (amorphous) | 5-8×10−4 | −0.0005 | [1][7] |
ग्रेफाइट[8] | 2.5-5.0×10−6 ⊥ basal plane 3.0×10−3 // basal plane |
[9] | |
हीरा[10] | ~1012 | [11] | |
जर्मेनियम[10] | 4.6×10−1 | −0.048 | [1][2] |
समुद्र जल | 2×10−1 | ? | |
सिलिकॉन[10] | 6.40×102 | −0.075 | [1] |
काच | 1010 to 1014 | ? | [1][2] |
रबड़ (Hard) | approx. 1013 | ? | [1] |
गंधक | 1015 | ? | [1] |
पैराफिन | 1017 | ? | |
क्वार्ट्ज (fused) | 7.5×1017 | ? | [1] |
PET | 1020 | ? | |
Teflon | 1022 to 1024 | ? |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ ओ औ क ख ग घ ङ Serway, Raymond A. (1998). Principles of Physics (2nd ed संस्करण). Fort Worth, Texas; London: Saunders College Pub. पृ॰ 602. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-03-020457-7.सीएस1 रखरखाव: फालतू पाठ (link)
- ↑ अ आ इ ई Griffiths, David (1999) [1981]. "7. Electrodynamics". प्रकाशित Alison Reeves (ed.) (संपा॰). Introduction to Electrodynamics (3rd edition संस्करण). Upper Saddle River, New Jersey: Prentice Hall. पृ॰ 286. OCLC 40251748. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-13-805326-x
|isbn=
के मान की जाँच करें: invalid character (मदद). अभिगमन तिथि 2006-01-29.सीएस1 रखरखाव: फालतू पाठ: editors list (link) सीएस1 रखरखाव: फालतू पाठ (link) - ↑ http://physics.mipt.ru/S_III/t Archived 2011-11-23 at the वेबैक मशीन (PDF format; see page 2, table in the right lower corner)
- ↑ अ आ Giancoli, Douglas C. (1995). Physics: Principles with Applications (4th ed संस्करण). London: Prentice Hall. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-13-102153-2.सीएस1 रखरखाव: फालतू पाठ (link)
(see also Table of Resistivity Archived 2011-06-04 at the वेबैक मशीन) - ↑ John O'Malley, Schaum's outline of theory and problems of basic circuit analysis, p.19, McGraw-Hill Professional, 1992 ISBN 0-07-047824-4
- ↑ Ni,Fe,Cr alloy commonly used in heating elements.
- ↑ Y. Pauleau, Péter B. Barna, P. B. Barna, Protective coatings and thin films: synthesis, characterization, and applications, p.215, Springer, 1997 ISBN 0-7923-4380-8.
- ↑ Graphite is strongly anisotropic
- ↑ Hugh O. Pierson, Handbook of carbon, graphite, diamond, and fullerenes: properties, processing, and applications, p.61, William Andrew, 1993 ISBN 0-8155-1339-9.
- ↑ अ आ इ The resistivity of semiconductors depends strongly on the presence of impurities in the material.
- ↑ Lawrence S. Pan, Don R. Kania, Diamond: electronic properties and applications, p.140, Springer, 1994 ISBN 0-7923-9524-7.