प्रभावकचरित एक इतिहास-ग्रन्थ है जिसके रचयिता प्रभाचन्द्र हैं जो दिगंबर और श्वेताम्बर जैन आचार्य थे। इसकी रचना १२७७-७८ में हुई थी। प्रभावकचरित में श्वेताम्बर जैन विद्वानों के जीवनचरित का वर्णन है, किन्तु इस ग्रन्थ का उल्लेख प्रायः आचार्य हेमचन्द्राचार्य के और उनके समय के इतिहास के सन्दर्भ में किया जाता है। उस कालखण्ड के समाज के इतिहास का यह एक बड़ा स्रोत है। प्रभावकचरित में पैराशूट के उपयोग का उल्लेख भी है।