प्रवास (पारिस्थितिकी)
पारिस्थितिकी में प्रवास (Migration) किसी जाति के सदस्यों द्वारा बड़ी संख्या में एक स्थान से किसी भिन्न पर्यावरण वाले स्थान में जाने की क्रिया है। यह कई जातियों के जीवन चक्र व प्राकृतिक व्यवहार का भाग है। अक्सर यह प्राणियों, पक्षियों और कीटों में ऋतु के अनुसार होते हुए देखा जाता है। मसलन हूपर हंस गर्मियों में साइबेरिया और उत्तरी यूरेशिया में रहते हैं और अण्डे देते हैं, और फिर सर्दियों में, जब इन स्थानों में तापमान बहुत गिर जाता है और आहार मिलना कठिन हो जाता है, वे हज़ारों मील की प्रवासीय उड़ान भर कर दक्षिणी यूरोप और पूर्वी एशिया के क्षेत्रों में आ जाते हैं। आहार के अतिरिक्त प्रवास परभक्षियों से बचने के लिए, प्रजनन के लिए संगी ढूंढने और अन्य पर्यावरणीय कारणों से भी करा जाता है।[1][2][3]

इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Dingle, Hugh; Drake, V. Alistair (1 February 2007). "What Is Migration?". BioScience. pp. 113–121. doi:10.1641/B570206. Retrieved 9 July 2021.
- ↑ "Migration and dispersal". Wrexham Glyndŵr University. Archived from the original on October 10, 2017.
- ↑ Dorst, Jean P. "Ecological Significance of Migration". Encyclopedia Britannica. Retrieved 7 December 2017.