फ़िनो-ऊग्रिक भाषाएँ
फ़िनो-ऊग्रिक भाषाएँ (Finno-Ugric languages) यूराली भाषा-परिवार की उन सभी भाषाओं का समूह है जो सामोयेदी भाषाएँ नहीं हैं। इनमें तीन सर्वाधिक बोली जाने वाली यूराली भाषाएँ - हंगेरियाई, फ़िनिश और एस्टोनियाई - सम्मिलित हैं। इन भाषा-समूह को दो शाखाओं में विभाजित करा जाता है - फ़िनो-पेर्मी (Finno-Permic) और ऊग्रिक (Ugric)।[1][2]
फ़िनो-ऊग्रिक | |
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Finno-Ugrian | |
भौगोलिक विस्तार: |
पूर्वी, मध्य व उत्तरी यूरोप, उत्तर एशिया |
भाषा श्रेणीकरण: |
यूराली
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उपश्रेणियाँ: |
ऊग्रिक (Ugric)
फ़िनो-पेर्मी (Finno-Permic)
|
आइसो ६३९-२ व ६३९-५: | fiu |
फ़िनो-ऊग्रिक भाषाएँ |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Tommola, Hannu (2010). "Finnish among the Finno-Ugrian languages". Mood in the Languages of Europe. John Benjamins Publishing Company. p. 155. ISBN 978-90-272-0587-2.
- ↑ Tapani Salminen, "The rise of the Finno-Ugric language family." In Carpelan, Parpola, & Koskikallio (eds.), Early contacts between Uralic and Indo-European: linguistic and archaeological considerations. Mémoires de la Société Finno-Ougrienne 242; Helsinki 2001. 385–396.