ऊग्रिक भाषाएँ
ऊग्रिक भाषाएँ (Ugric languages) यूराली भाषा-परिवार की एक शाखा हैं। यह स्वयं तीन उपशाखाओं में विभाजित है: हंगेरियाई, ख़ान्ती और मान्सी। माना जाता है कि इन सभी की सांझी पूर्वज आदि-ऊग्रिक भाषा (Proto-Ugric language) पश्चिमी साइबेरिया में दक्षिणी यूराल पर्वतों से पूर्व में 3000 ईसापूर्व से 500 ईसापूर्व तक बोली जाती थी। कभी-कभी ख़ान्ती व मान्सी को एकत्र कर उन्हें ओब-ऊग्रिक (Ob-Ugric) कहा जाता है।[1][2]
ऊग्रिक | |
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भौगोलिक विस्तार: |
हंगरी और पश्चिमी साइबेरिया |
भाषा श्रेणीकरण: |
यूराली
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उपश्रेणियाँ: | |
ऊग्रिक भाषाएँ |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Honti, László (1979). "Features of Ugric Languages (Observations on the Question of Ugric Unity)". Acta Linguistica Academia Scientiarum Hungaricae. 29: 1–25.
- ↑ Sammallahti, Pekka (1988), "Historical phonology of the Uralic languages, with special reference to Samoyed, Ugric, and Permic", in Denis Sinor, The Uralic Languages: Description, History and Foreign Influences, Leiden: Brill, pp. 478–554