फूलों की घाटी, पश्चिम बंगाल

फूलों की घाटी

पश्चिम बंगाल की फूलों की घाटी[1][2] भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल के क्षीराई (बांग्ला: ক্ষীরাই; उच्चारण: खीराई) क्षेत्र में स्थित एक पर्यटक आकर्षण स्थल है जो यहाँ जाड़ों में खिलने वाले फूलों के लिए प्रसिद्ध है। यह क्षेत्र कंग्साबती नदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र का भाग है। यहाँ गेंदे, क्रिसेंथेमम इत्यादि के फूलों की बहुतायत है जो इसे एक पर्यटक आकर्षण का केंद्र बनाते हैं। क्षेत्र के लोगों की आर्थिक क्रियाएँ भी बागवानी से जुड़ी हुई हैं।[1][3]

फूलों की घाटी
घाटी
फूलों की घाटी का एक दृश्य
फूलों की घाटी का एक दृश्य
फूलों की घाटी is located in पृथ्वी
फूलों की घाटी
फूलों की घाटी
निर्देशांक: 22°22′28″N 87°41′48″E / 22.374504°N 87.696628°E / 22.374504; 87.696628निर्देशांक: 22°22′28″N 87°41′48″E / 22.374504°N 87.696628°E / 22.374504; 87.696628
देशभारत
राज्यपश्चिम बंगाल
ज़िलापूर्व मेदिनीपुर जिला

भूगोल संपादित करें

यह प्राकृतिक महत्व का पर्यटन स्थल डोकंडा गाँव के पास डोकंडा घाटी का हिस्सा है जो कंसई (अथवा कंग्साबती नदी) के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में स्थित है।

प्रशासनिक दृष्टि से यह क्षेत्र पश्चिम बंगाल राज्य के पूर्व मेदिनीपुर ज़िले के उत्तरी हिस्से में पड़ता है। यह कोलकाता-खड़गपुर के मध्य संपर्क मार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग 16, से कुछ ही दक्षिण में स्थित है और कोलकाता से लगभग 90 किलोमीटर (56 मील) की दूरी पर स्थित है जहाँ पहुँचने में तकरीबन दो घंटे लगते हैं।[1] निकटतम बड़ा कस्बा पाँसकूड़ा है जो इस राजमार्ग पर स्थित है। फूलों की घाटी से सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन क्षीराई रेलवे स्टेशन है जो खड़गपुर-हावड़ा रेल लाइन पर एक छोटा सा स्टेशन है।

पर्यटन संपादित करें

चूँकि, यह पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से मात्र दो-ढाई घंटे की दूरी पर स्थित है, यहाँ के लोग दैनिक ट्रिप पर इस जगह की यात्रा के लिए जा सकते हैं। यात्रा का मुख्य और सर्वोत्तम समय जनवरी का महीना होता है।

इन्हें भी देखें संपादित करें

संदर्भ संपादित करें

  1. आत्रेयी, मोहंता (28 जनवरी 2022). "Day Trip: Far from the crowd at Khirai, Bengal's own Valley of Flowers". telegraphindia.com. अभिगमन तिथि 20 जून 2023.
  2. "ক্ষীরাই: এ যেন ফুলের স্বর্গরাজ্য! শীতের দুপুরে ঘুরে আসুন ক্ষীরাই থেকে". TV9 Bangla (Bengali में). 30 दिसम्बर 2022. अभिगमन तिथि 20 जून 2023.
  3. पारोमिता, कर (20 फरवरी 2022). "Jab-Jab Phool Khile: All about Bengal's own valley of flowers". telegraphindia.com (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 20 जून 2023.