फूल वालों की सैर
फूल वालों की सैर (उर्दू: پھُول والوں کی سیر) मतलब "फूलवालों का जुलूस", दिल्ली के फूल विक्रेताओं द्वारा एक वार्षिक उत्सव है। यह तीन दिवसीय त्योहार है, महरौली और दिल्ली के क्षेत्र में बरसात के मौसम के ठीक बाद, आम तौर से सितंबर के महीने में आयोजित किया जाता है। यह त्योहार दिल्ली की मिश्रित संस्कृति को उदाहरण के रूप में देखा जाता है, जो शहर में सांप्रदायिक एकता का माहौल बनने में सहायता करता है, और आज भी त्योहार को समान रूप से हिंदू और मुसलमान दोनों के द्वारा मनाया जाता है।[1]
फूल वालों की सैर | |
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A floral Pankha (fan) over the Idol of Yogmaya in the sanctum sanctorum, Yogmaya Mandir | |
तिथियाँ | सितम्बर |
स्थान | महरौली, दिल्ली |
स्थापना | 1812 |
जालस्थल | http://phoolwaalonkisair.com/index.htm |
इस धर्मनिरपेक्ष त्योहार में शहनाई वालों और नर्तकियों के नेतृत्व में एक जुलूस, और बड़े पुष्प पंखे चलाना शामिल हैं।[2]
यह फूलों का त्यौहार बहुत ही अनुपम है ।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Communal harmony, the Delhi way Archived 2012-11-04 at the वेबैक मशीन द हिन्दू, October 18, 2004.
- ↑ Delhi: a portrait, by Khushwant Singh, Raghu Rai, Published by Delhi Tourism Development Corp., 1983.