बर्नार्ड पीटर्स को भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में सन १९८५ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये जर्मनी से थे, जो डेनमार्क में बस गए थे।[1] होमी जहांगीर भाभा ने नेहरू से सलाह लेने के बाद उन्हें भारत में प्रवास करने में मदद की। भाभा ने बर्नार्ड पीटर्स को 1951 में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च में आमंत्रित किया था।

बर्नार्ड पीटर्स
जन्म Bernhard Pietrowski
22 अप्रैल 1910
Posen, जर्मनी
मृत्यु फ़रवरी 2, 1993(1993-02-02) (उम्र 82)
कोपनहेगन, डेनमार्क
प्रसिद्धि ब्रह्मांडीय विकिरण और भूभौतिकी
उल्लेखनीय सम्मान पद्म भूषण

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Padma Awards" (PDF). Ministry of Home Affairs, Government of India. 2015. मूल (PDF) से October 15, 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि July 21, 2015.