बलमा
बलमा 1993 की हिन्दी फ़िल्म है। इसका निर्देशन लॉरेंस डिसूज़ा ने किया है और मुख्य भूमिकाओं में अविनाश वधावन, आयशा जुल्का, सईद जाफ़री और अंजना मुमताज़ हैं। फिल्म तो कोई खास नहीं चली लेकिन इसका संगीत लोकप्रिय रहा है।
बलमा | |
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बलमा का पोस्टर | |
निर्देशक | लॉरेंस डिसूज़ा |
निर्माता | सुरेश ग्रोवर |
संगीतकार | नदीम-श्रवण |
प्रदर्शन तिथि |
1993 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
संक्षेप
संपादित करेंविशाल एक युवा कॉलेज से स्नातक है जो अपनी चिकित्सकीय रूप से अस्वस्थ मां के साथ एक गरीब जीवन शैली जीता है। नौकरी तलाशने के उसके सभी प्रयास अनुशंसा की कमी के कारण सफल नहीं रहे हैं। फिर एक दिन दैनिक समाचार पत्र को पढ़ते समय उसने मधु नाम की एक अमीर लड़की के लिए आवश्यक पति के लिए एक विज्ञापन नोटिस किया। एक सिफारिश को लेकर सही मौका ढूंढते हुए वह तुरंत आवेदन करता है। वो उम्मीदवारों में से एक है जिसे शॉर्टलिस्ट किया जाता है और साक्षात्कार के लिए चुना जाता है। बाद में फिर विवाह होता है। यह विवाह है जो विशाल और मधु के जीवन को हमेशा के लिए बदल देगा।
मुख्य कलाकार
संपादित करेंसंगीत
संपादित करेंसभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत नदीम-श्रवण द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "अगर जिंदगी हो तो तेरे संग हो" | कुमार सानु, आशा भोंसले | 7:55 |
2. | "बांसुरिया अब ये ही पुकारे" | आशा भोंसले, कुमार सानु | 7:35 |
3. | "मेंहदी से लिख गोरी हाथ पे मेरे" | आशा भोंसले | 5:35 |
4. | "मेरे ख्याल से तुम" | नितिन मुकेश, आशा भोंसले | 6:45 |
5. | "मेरी सहेलियों मेरे साथ आओ" | अलका याज्ञनिक | 5:26 |
6. | "ये मौसाम भी गया" | कुमार सानु, अलका यागनिक | 6:48 |