बलूचिस्तान में मानवाधिकार हनन
पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त में मानव अधिकार हनन का मामला अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर चिन्ता का विषय बन गया है। इसकी कटु आलोचना होती रही है।[1] ह्यूमन राइट्स वाच के अनुसार यह समस्या अब 'महामारी' जैसा बिकराल रूप ले चुकी है।[2]
बलूचिस्तान में मानवाधिकार हनन | |
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स्थान | बलोचिस्तान |
तिथि | अब भी जारी है। |
लक्ष्य | सामान्य नागरिक और विद्रोही |
अपराधी |
पाकिस्तान के सुरक्षा बल बलोच अलगाववादी समूह |
उद्देश्य | Military clampdown |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Akbar, Malik Siraj (12 December 2011). "Balochistan – a human rights free zone". Dawn.
- ↑ "Pakistan: Upsurge in Killings in Balochistan". Human Rights Watch. July 13, 2011. मूल से 25 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 अक्तूबर 2016.
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- पाकिस्तान से क्यों दर-बदर हुआ ये बलोच (वेबदुनिया)
- A Baloch activist's puzzling disappearance (हेराल्ड)