बलूच छात्र संगठन
बलूच छात्र संगठन ( उर्दू: بلوچ اسٹوڈنٹس آرگنائزیشن ) एक छात्र संगठन है जो पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के छात्रों के लिए अभियान चलाता है। इसकी स्थापना 26 नवंबर 1967 को कराची में की गई थी [1] और अब भी यह पाकिस्तान के बलोचों का सबसे बड़ा जातीय छात्र संगठन है। वैचारिक मतभेद के कारण इसका विभाजन हो गया तथा बीएसओ पज्जर और बीएसओ मोहिउद्दीन बने। दोनों पाकिस्तान के संसदीय ढांचे से संबद्ध हैं। पाकिस्तान से आजादी के समर्थक डॉ अल्लाह नज़र ने 2002 में, जब वह कॉलेज में पढ़ रहे थे, एक अलग गुट बनाया और इसको "बीएसओ-आजाद" नाम दिया। बीएसओ आजाद अंग्रेजों के पहले के बलूच देश के आधार पर एक स्वतंत्र बलूचिस्तान के लिए संघर्ष की वकालत करता है। पाकिस्तानी सरकार ने 15 मार्च 2013 को बीएसओ आज़ाद को आतंकवादी संगठन मानते हुए उसे प्रतिबंधित कर दिया। [2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Maxwell, Comparative Approach to National Movements 2014
- ↑ "No change made in list of banned outfits". The News. 4 September 2015.